नई दिल्ली : NIA DIG के पद पर कार्यरत IPS प्रवीण सिंह का आज दिल्ली में निधन हो गया. वे पिछले कुछ दिनों से गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे. वे ईलाज के लिए विदेश भी गए थे. दिल्ली स्तिथ मैक्स अस्पताल में आज साढ़े 5 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कह दिया.
प्रवीण सिंह 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. वे राँची में IG रैंक के अधिकारी थे, फिलवक्त वे NIA में डीआईजी के पद पर थे.
मूल रूप से बिहार निवासी आईपीएस प्रवीण सिंह, झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने के लिए भी जाने जाते थे.
साथ ही समय रहते अपराधियों को पकड़ निकालने के लिए प्रसिद्ध रहें हैं. रांची में एसएसपी के पद पर काम करते हुए प्रवीण सिंह ने तीन मौकों पर रांची को दंगे की आग में जलने से बचाया था. इन कारणों से उनके विरोधी भी उनकी तारीफ करते थे.
कुख्यात नक्सली कुंदन पाहन को क्षेत्र छोड़कर भागने को किया था मजबूर
एक समय था जब रांची जिला में नक्सली कुंदन पाहन का आतंक था. रांची-टाटा रोड में कई बड़ी घटनाओं को नक्सलियों ने अंजाम दिया था. हालात इतने खराब हो गये थे कि अगर किसी अधिकारी को रांची से जमशेदपुर जाना होता था, तब नामकुम से लेकर चांडिल तक फोर्स की तैनाती करनी पड़ती थी. तब सरकार ने उन्हें रांची का एसएसपी बनाया. जिसके कुछ दिनों बाद उनके नेतृत्व में पुलिस ने कुंदन पाहन और उसके दस्ते को क्षेत्र छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था.
परिवार में शोक का माहौल
आईपीएस प्रवीण सिंह काफी मिलनसार व्यक्ति थे. मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर के ही रहने वाले थे. वे यूपी के पूर्व सीएम और भाजपा सांसद जगदम्बिका पाल के दामाद थे.
वहीं इनके निधन की खबर मिलते ही परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई है. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. दामाद के निधन से सांसद जगदम्बिका पाल के घर में भी मातम पसरा है.
खाने में कीड़ा बना जानलेवा
प्रवीण कुमार सिंह कुछ दिनों पहले विदेश गए थे. जहां उनके भोजन में कोई कीड़ा चला गया था. जिसे खाने के बाद वे बीमार पड़ गए.
खाने में मिला कीड़ा उनके मस्तिष्क को प्रभावित कर दिया. इस बीमारी से जूझ रहे प्रवीण सिंह इलाज के लिए अमेरिका तक गए. लेकिन वहां भी उनकी बीमारी में सुधार नहीं हो सका.
जिसके बाद वे दिल्ली के साकेत स्थित मैक्स हॉस्पिटल में भर्ती हुए. जहां उनके मस्तिस्क का आकर बढ़ने लगा. लम्बे समय तक इस बीमारी से जूझ रहे प्रवीण सिंह ने दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल में ही दम तोड़ दिया.