दिल्ली मेट्रो में जुड़ा नया अध्याय, पिंक लाइन की हुई शुरुआत

दिल्ली मेट्रो में आज एक नए अध्याय की शुरुआत होने जा रही है. फेस 3 में दिल्ली की सबसे लंबे मेट्रो कॉरिडोर ´पिंक लाइन´ की शुरुआत आज होगी. पिंक लाइन का एक हिस्सा आम जनता के लिए शुरू होगा. इससे दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ और साउथ कैंपस के छात्रों को सहूलियत मिलेगी. यह लाइन सबसे लंबी तो होगी ही, यह एक जगह सबसे ज्यादा ऊंचाई पर भी दौड़ेगी.

मजलिस पार्क से शिव विहार तक इस पूरी लाइन की लंबाई 59 किलोमीटर होगी और ये लाइन रिंग रोड को कवर करेगी. लेकिन फिलहाल इसके एक हिस्से को आम जनता के लिए शुरू किया जा रहा है, जिसकी लंबाई 21. 56 किलोमीटर है. इस दौरान 12 मेट्रो स्टेशन पड़ेंगे, जिनमें 8 एलिवेटेड हैं, जबकि 4 मेट्रो स्टेशन अंडरग्राउंड हैं.

इस लाइन में मजलिस पार्क, आजादपुर, शालीमार बाग, नेताजी सुभाष प्लेस, शकरपुर, पंजाबी बाग वेस्ट, ईएसआई हॉस्पिटल, राजौरी गार्डन, मायापुरी, नारायणा विहार, दिल्ली कैंट और दुर्गाबाई देशमुख साउथ कैंपस जैसे मेट्रो स्टेशन होंगे. इसमें तीन मेट्रो स्टेशन इंटरचेंज स्टेशन होंगे जो कि आजादपुर, नेताजी सुभाष प्लेस और राजौरी गार्डन में बनाए गए हैं.

जब आप पिंक मेट्रो लाइन पर सफर करेंगे तो रोमांच का अनुभव होगा, क्योंकि धौलाकुआं के पास जब मेट्रो गुजरेगी तो वहां ट्रैक की ऊंचाई दिल्ली मेट्रो के उच्चतम स्तर पर होगी. उस स्थान पर दिल्ली मेट्रो का ट्रैक जमीन से 23. 6 मीटर ऊंचा है जोकि लगभग सात मंजिला ऊंची इमारत के बराबर होगा. यह बेजोड़ इंजीनियरिंग का एक शानदार नमूना होगा. इसके पहले कड़कड़डूमा के पास मेट्रो की ऊंचाई सबसे ज्यादा थी, जहां 19 मीटर ऊंचे ब्रिज से मेट्रो गुज़रती है.

इतनी ऊंचाई पर मेट्रो लाइन का निर्माण इंजीनियरिंग के लिहाज़ से भी काफी चुनौती भरा था, क्योंकि यहां मेट्रो लाइन के नीचे एअरपोर्ट मेट्रो की मौजूदा लाइन है, जो ऑपरेशनल भी है और इसी जगह पर धौलाकुआं का व्यस्त फ्लाइओवर इंटरसेक्शन भी है. मेट्रो का निर्माण यहां रात 12 बजे से सुबह 4 बजे के बीच किया गया, ताकि एअरपोर्ट लाइन का आपरेशन भी प्रभावित न हो और नीचे धौलाकुआं का सड़क का ट्रैफिक भी बेअसर रहे.

राजौरी गार्डन से आजादपुर जाने के लिए जहां पहले 47 मिनट लगते थे तो अब केवल 16 मिनट लगेंगे, यानि 31 मिनट की बचत होगी. वहीं आजादपुर से नेताजी सुभाष प्लेस जाने के लिए जहां पहले 34 मिनट लगते थे, तो अब महज 5 मिनट लगेगा यानि 29 मिनट के वक्त की बचत होगी.

दिल्ली मेट्रो के नए यूटीओ (चालक रहित ट्रेन संचालन) सिस्टम से ट्रेन को इस कॉरिडोर पर चलाया जाएगा. शुरूआत में ट्रेन ऑपरेटर इन ट्रेनों को चलाएंगे लेकिन धीरे-धीरे इसे यूटीओ में शिफ्ट कर दिया जाएगा

Web Title : NEW CHAPTER CONNECTED IN DELHI METRO, BEGINNING OF THE PINK LINE