पेट्रोल और डीजल के दाम में उपभोक्ताओं को फिर राहत मिली है. गुरुवार को दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोल पांच पैसे प्रति लीटर जबकि चेन्नई में पेट्रोल छह पैसे प्रति लीटर कम हो गया है. वहीं, डीजल के दाम में चारों महानगरों में पांच पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है. उधर, कोरोना वायरस के चीन के बाहर दुनिया के अन्य देशों में फैलने के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल टूट गया है.
तेल विपणन कंपनियों ने हालांकि गुरुवार को दोनों वाहन ईधनों के दाम में मामूली कटौती की, लेकिन आने वाले दिनों कुछ ज्यादा कटौती की उम्मीद की जा रही है. इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल का दाम घटकर क्रमश: 71. 96 रुपये, 74. 56 रुपये, 77. 59 रुपये और 74. 71 रुपये प्रति लीटर हो गया है.
वहीं, चारों महानगरों में डीजल की कीमत भी घटकर क्रमश: 64. 65 रुपये, 66. 97 रुपये, 67. 75 रुपये और 68. 27 रुपये प्रति लीटर हो गई है.
चीन से कोरोना वायरस का प्रकोप दुनिया के अन्य देशों में फैलने के कारण कच्चे तेल के दाम में भारी गिरावट आई है. बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट का भाव 52 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गयाए जबकि अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट का भाव 48 डॉलर प्रति बैरल के नीचे गिर गया.
इंटरकॉन्टिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट के मई डिलीवरी अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले 1. 40 फीसदी की गिरावट के साथ 52. 07 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 51. 88 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा. इसी प्रकार डब्ल्यूटीआई के अप्रैल अनुबंध में 1. 40 फीसदी की गिरावट के साथ 48. 05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था जबकि इससे पहले भाव 47. 83 डॉलर प्रति बैरल तक गिरा.
बीते दिनों लीबिया के पोर्ट पर हवाई हमलों की वजह से कच्चे तेल की सप्लाई भी बाधित हो गई है. इस वजह से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी का सिलसिला गुरुवार को जारी रहा. आने वाले दिनों में कच्चे तेल की तेजी का असर भारत पर भी देखने को मिल सकता है. दरअसल, भारत में पेट्रोल और डीजल के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार खासकर खाड़ी देशों के कच्चे तेल की कीमतों पर तय होते हैं. कच्चे तेल के दाम बढ़ते हैं तो पेट्रोल और डीजल भी महंगा हो जाता है.