स्टूडेंट्स के आंसुओं ने बदला सरकारी फैसला, भगवान का जाना छात्र नहीं कर सके बर्दाश्त

टीचर का जब नाम आता हैं तब हर कोई यही कहता हैं यार ये सर कब जायेंगे लेकिन आज हम आपको एक ऐसे टीचर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके तबादले पर छात्रों ने धरना दिया और जब टीचर जाने लगा तो सभी बच्चे उसे रोकने की पूरी कोशिश करने लगे और रोने लगे.

यह मामला हैं तिरुवल्लुर जिले में सरकारी हाईस्कूल के 28 वर्षीय इंग्लिश टीचर जी भगवान कुछ दिन पहले तबादला दूसरे इलाके में कर दिया गया.  जब वे स्कूल से बाहर निकले तो स्टूडेंट्स ने रोक लिया और घेरकर रोने लगे. यहां तक कि वे धरने पर बैठ गए. असर ये हुआ कि सरकार ने टीचर के ट्रांसफर पर 10 दिन के लिए रोक लगा दी. स्टूडेंट्स का कहना था, वह स्कूल के सबसे सपोर्टिव स्टाफ मेंबर्स में से एक हैं.

शिक्षा के मामले में देश के कई राज्य काफी पिछड़े हुए हैं. इसका सीधा कारण है शिक्षकों की कमी या जो शिक्षक हैं, उन्हें ठीक ढंग से पढ़ाने नहीं आता या फिर वह पढ़ाना नहीं चाहते. शिक्षकों का ये गैरजिम्मेदाराना रवैया किसी से छिपा नहीं है. ऐसा नहीं है कि सभी शिक्षक ऐसे ही हैं. कुछ ऐसे भी शिक्षक हैं जो बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं और पढ़ाते भी हैं और यही कारण है कि वैसे शिक्षकों की कमी निश्चित तौर पर बच्चों को खलती है.   यही कारण है कि बच्चे आज उनके तबादले की खबर से काफी दुखी हो गए और उनसे लिपटकर रोने लगे, जिसका नतीजा ये हुआ कि सरकारी फैसला बदला गया और टीचर का ट्रांसफर रोक दिया गया.  

Web Title : STUDENTS TEARS OF REVENGE GOVERNMENT DECIDE, COULD NOT AFFORD TO GO TO GOD STUDENTS