नई दिल्ली : जेएनयू छात्र संघ चुनाव के बाद कैंपस से हिंसा की खबरें आ रही हैं. मतगणना के दौरान भी आपसी झड़प और मार-पिटाई की घटनाएं हुई थीं. फिलहाल जो खबरें आ रही हैं उसमें कहा जा रहा है कि कल रात जेएनयू के झेलम हॉस्टल के बाहर हिंसा हुई थी.
सवाल उठता है कि हुआ क्या था और इस सवाल के बारे में दोनों पक्ष के अपने-अपने दावे हैं.
जेएनयू के छात्र और लेफ्ट एक्टिविस्ट अमृत राज ने कहा, ´कल रात से एबीवीपी वाले घूम-घूम कर छात्रों को मार रहे हैं. निर्वाचित अध्यक्ष बालाजी कल रात से ही बसंत विहार थाने में हैं. हमलोग भी अलग-अलग समूह बनाकर थाने में जा रहे हैं. गाली-गलौज और मारपीट किया जा रहा है. ’
वहीं एबीवीपी नेता सौरभ शर्मा का दावा है कि लेफ्ट एक्टिविस्टों ने मारपीट की. उन्होंने कहा की एम्स ट्रॉमा सेंटर में हैं. रविवार रात लेफ्ट के लोगों ने कैंपस में घुस-घुसकर कर हमारे लड़कों को पीटा. हमारे करीब-करीब दस लड़के इस वक्त हॉस्पिटल में भर्ती हैं. कुछ के तो हाथ भी टूट गए हैं. ´
कैंपस से आ रही खबरों में यह कहा जा रहा है कि जेएनयू छात्रसंघ के नवनिर्वाचित छात्र संघ अध्यक्ष एन. साई बालाजी के साथ भी मारपीट हुई और उन्हें पूरी रात पास के थाने में बितानी पड़ी. आज सुबह पुलिस सुरक्षा में एन. साई. बालाजी कैंपस लौटे हैं. छात्रसंघ अध्यक्ष ने पूरे मामले की लिखित शिकायत वसंत कुंज थाने में दर्ज कराई है.
अलग-अलग स्रोतों से आ रही जानकारियों में कैंपस के झेलम हॉस्टल का नाम बार-बार आ रहा है. इसलिए हमने उसी हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र से बात की. वे खुद को किसी भी पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं मानते हैं लेकिन उन्होंने हिंसा का वारदातों का पूरा ब्योरा आजतक को दिया.
अभी तक यही कहा जाता रहा है कि जेएनयू में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. कैंपस में आपसी वाद-विवाद और सहमति-असहमति का रिवाज रहा है लेकिन फिलहाल जो स्थिति है वो इनसब के उलट है.