अपने सांस्कृतिक विरासत को समेटे उत्तर प्रदेश में कई ऐसी जगहें हैं जहां सर्दियों में घूमने जाया जा सकता है. गंगा-यमुना की संस्कृति को समेटे उत्तर प्रदेश के कई जगहों पर यात्रा करने से सुकून मिलता है. इसके अलावा, यहां कई ऐसे पर्यटक स्थल हैं जहां मंदिर-मस्जिद के अलावा बौद्ध धर्म के अनुयायियों का आना-जाना सालभर लगा रहता है.
झांसी
अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण झांसी पर्यटकों के बीच बहुत ही लोकप्रिय स्थलों में से एक है. मध्य प्रदेश सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के एक महत्वपूर्ण शहरों में इसकी गिनती होती है. यहां कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जहां धूमने जाया जा सकता है. इन्हीं स्थलों में से एक स्थल है झांसी का किला. झांसी फोर्ट के नाम से प्रसिद्ध यह शहर एक पहाड़ी पर स्थित है.
बताया जाता है कि इस किले में मशहूर वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई का रहने का स्थान था. इसे आप संग्रहालय में बदल दिया है. इसी के पास में चिरगांव है जो मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है. प्राचीन तालाबों और मंदिरों को एक साथ देखकर मन बहुत ही खुश हो जाता है. जनवरी-फरवरी के महीने में यहां लगने वाले झांसी महोत्सव में भी शामिल हो सकते हैं.
कुशीनगर
बौद्ध धर्म के कई तीर्थ स्थलों में से एक है कुशीनगर. दुनियाभर में प्रसिद्ध दर्शनीय तीर्थस्थलों में एक इसका नाम भी शामिल है. हर साल हजारों के संख्या में यहां पर्यटक पहुंचते हैं. यहां महापरिनिर्वाण मंदिर में भगवान बुद्ध की बड़ी मूर्ति है. भगवान बुद्ध की विशालकाय मूर्ति के यहां दर्शन किए जा सकते हैं. खुदाई के दौरान यहां पुरातात्विक मूर्तियां, मुहरें, सिक्के मिले जिन्हें संग्रहालय में रखा गया है. नजदीक में ही रामभर स्पूत भी जाया जा सकता है. बताया जाता है यहां भगवान बुद्ध को महापरिनिर्वाण यानी अंतिम ज्ञान की प्राप्ति हुई थी.
गोरखनाथ मंदिर
मकर संक्रांति के अवसर पर यूपी के गोरखनाथ मंदिर जाया जा सकता है. गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में मकर संक्रांति मेला लगता है जो बहुत प्रसिद्ध है. इस मेले के दौरान बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. यह नाथ संप्रदाय का प्रमुख केंद्र है. यहां एक अखंड ज्योति है जो कई सदियों से जलती आई है. यह स्थल आध्यात्मिक ज्ञान, अखण्डता और एकात्मकता का प्रतीक है.
फतेहपुर सीकरी
आगरा से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित फतेहपुर सीकरी बुलंद दरवाजे के लिए प्रसिद्ध है. बुलंद दरवाजा खास शिल्प और ऊंचाई के लिए प्रसिद्ध है. यह दरवाजा एशिया का सबसे बड़ा दरवाजा है. मुगल बादशाह अकबर ने इस किले की स्थापना की थी. यहां आकर आप संत सलीम चिश्ती के मकबरे को देखने जा सकते हैं. यह मकबरा सफेद संगमरमर से निर्मित है. इसके पीछे की तरह विशाल मस्जिद है. मस्जिद इतनी विशाल है कि यहां एक साथ एक लाख लोग नमाज पढ़ सकते हैं.
सारनाथ
बौद्ध धर्म के बहुत ही पवित्र स्थलों में से एक उत्तर प्रदेश का सारनाथ. सारनाथ कई बौद्ध स्तूपों, प्राचीन स्थलों, संग्रहलयों और खूबसूरत मंदिरों का नगर है. बौद्ध, जैन और हिंदुओं के प्रसिद्ध स्थल होने के कारण यहां हमेशा भक्तों का तांता लगा रहता है.
बुद्धपूर्णिमा को गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान और मोक्ष के उत्सव में मानने के कारण इस दिन यहां भक्तों की भारी भीड़ जमा होती है. सारनाथ आए हैं तो पास में चौखंडी स्तूप, अशोक स्तंभ, थाई मंदिर, तिब्बती मंदिर और पुरातत्व संग्रहालय जाना ना भूलें.