अक्षय कुमार की कुछ ऐसी फिल्में रिलीज हुई हैं जिन पर कई बार सवाल उठे हैं कि वह बीजेपी पार्टी को सपोर्ट करते हैं. इसके अलावा जब उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया था तब भी कहा गया कि वह उनकी पार्टी को सपोर्ट करते हैं. अब अक्षय ने इस पर अपना रिएक्शन दिया है. अक्षय का कहना है कि वह अपनी फिल्मों के जरिए कभी किसी पार्टी का सपोर्ट नही करते हैं. उनकी फिल्में सिर्फ सोशल मुद्दों पर बनी होती है. अक्षय को जब बोला गया कि उन्हें मोदी भक्त का टैग दिया गया है तो जानें फिर उन्होंने क्या कहा.
मोदी भक्त टैग पर बोलेटाइम्स नाउ को दिए इंटरव्यू में अक्षय ने कहा, ´यह सच है, कई लोगों ने मुझे कहा कि मैंने टॉयलेट एक प्रेम कथा के जरिए स्वच्छ भारत को प्रमोट किया, लेकिन मैंने पैडमैन भी बनाई और किसी ने यह नोटिस भी नहीं किया कि एयरलिफ्ट जो फिल्म थी वो कांग्रेस के समय पर आधारित थी. यहां तक की मिशन रानीगंज भी उसी दौरान की है. लेकिन कोई भी इसे पॉइंट ऑउट नहीं कर रहा है. इससे क्या फर्क पड़ता है कि उस समय किसकी पार्टी का राज था. जिस बात से फर्क पड़ता है वो ये कि हमारे देश के बेहतर के लिए क्या किया गया. ´
फिल्मों से नहीं करते सपोर्टवहीं इंडिया टुडे से बात करते हुए अक्षय ने कहा, लोगों को उससे भी दिक्कत थी जब मैंने प्रधान मंत्री से इंटरव्यू में पूछा कि क्या आपको आम पसंद हैं. मैं बस उन्हें एक आम आदमी के तौर पर जानना चाहता था. मैं जानना चाहता था कि वह घड़ी उल्टी क्यों पहनते हैं. मैं जानना चाहता था कि उनके बैंक में कितने पैसे हैं. मैं उनसे पॉलिटिक्स के बारे में कुछ नहीं पूछना चाहता.
अक्षय ने बताया कि उन्हें प्रधान मंत्री के ऑफिस की तरफ से कोई निर्देश नहींथे कि कैसे सवाल पूछने हैं और कैसे नहीं. उन्हें पूरी छूट दी गई थी. आपको क्या लगता है वो लोग मुझे ये पूछने देते फिर कि आपको आम पसंद हैं कि नहीं. मेरे पास तो उस वक्त पेपर भी नहीं था हाथ में. यहां तक की मैंने तो उन्हें जोक भी सुनाए.
मिशन रानीगंज पर बोलेअक्षय की फिल्म मिशन रानीगंज की बात करें तो यह फिल्म शुक्रवार को रिलीज हुई है और फिल्म की कमाई कुछ खास नहीं हुई है. इस पर अक्षय ने कहा, मुझे पता है कि जितना मैं चाहता था उतना फिल्म ने नहीं कमाए. लेकिन उनका मकसद इस फिल्म के कमर्शियल सक्सेस का नहीं था.