एक दोस्त ने गला दबाकर ली अपने ही दोस्त की जान, मर्डर के बाद तेजाब से मिटा दिया सबूत

गोरखपुर : गोरखपुर यूनिवर्सिटी में हिन्‍दी विभाग में प्रोफेसर के बेटे ने अपने दो साथि‍यों के साथ मिलकर अपने दोस्त का गला दबाकर उसे जान से मार दिया. बता दें, मृतक शुक्रवार शाम से ही घर से गायब था. पुलिस ने घटना का खुलासा करते हुए कहा, ´´उधार के रुपए न देने पड़ें, इसलिए प्रोफेसर के बेटे ने दोस्त को अपने स्‍कूल बुलाकर उसे मार दिया और डेडबॉडी जंगल में फेंक दी. आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है. ´´

मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी विनय कुमार सिंह ने कहा, ´´इस मामले में शक के आधार पर मृतक के दोस्त राहुल रॉय और उसके स्‍कूल में काम करने वाले राहुल पांडेय को अरेस्ट किया गया था. कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने जुर्म कबूल कर लिया. ´´

´´बेलीपार थाना क्षेत्र में रिटायर्ड रेलकर्मी जटाशंकर परिवार और दोनों बेटे (योगेश और गंगेश) के साथ रहते थे. उनका बड़ा बेटा योगेश प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था. ´´

´´लिटिल स्‍टार एकेडमी के निदेशक और गोरखपुर यूनिवर्सिटी के हिन्‍दी विभाग के प्रोफेसर आरडी रॉय के बेटे राहुल से उसकी दोस्‍ती थी. दोनों का एक-दूसरे के घर पर आना-जाना भी था. योगेश ने राहुल को 22 लाख रुपए उधार दिए थे. वो पिछले कई दिनों से उससे वो रुपए वापस मांग रहा था. ´´

´´जब योगेश बार-बार रुपए की मांग करने लगा तो राहुल ने उसको पूरी प्लानिंग के साथ शनिवार (11 अक्‍टूबर) की शाम पैडलेगंज स्थित अपने घर (घर और स्‍कूल लिटिल स्‍टार एकेडमी सटा हुआ है) पर बुलाया. ´´

´´वहीं पर उसने योगेश की गला दबाकर हत्‍या कर दी गई और मुंह-नाक से निकले खून के धब्‍बों को तेजाब से धो दिया गया. दूसरे दिन 12 अक्‍टूबर को उसकी डेडबॉडी कैम्पियरगंज थानाक्षेत्र के पास के जंगल में बोरे में भरकर फेंक दी. जब बॉडी मिली, तो परिवारवालों ने उसकी शिनाख्‍त की. ´´

´´राहुल ने उस दौरान स्‍कूल के सीसीटीवी कैमरे को भी बंद कर दिया था. आसपास के कैमरे में योगेश स्‍कूल के अंदर दाखिल होते हुए तो दिखाई दिया, लेकिन बाहर नहीं निकला. हालांकि राहुल ने पूछताछ में कुछ ही देर बाद उसके चले जाने की बात कही थी. ´´

´´पुलिस ने राहुल और उसके कर्मचारी को अरेस्ट कर सख्‍ती से पूछताछ की, तो दोनों अपना जुर्म कबूल कर लिया. उसका एक साथी अभी भी फरार है. ´´ 

योगेश की पत्‍नी पुष्‍पा ने कहा, ´´लिटिल स्‍टार एकेडमी के डायरेक्‍टर राहुल और मेरे पति अच्छे दोस्‍त थे. 11 अक्टूबर की शाम वो राहुल की कॉल पर रुपए लेने के लिए घर से निकले थे. देर रात तक न आने पर किसी अनहोनी की आशंका में हमने पुलिस को नामजद तहरीर दी थी. दूसरे दिन कैम्पियरगंज के पास जंगल में उनकी डेडबॉडी मिली. ´´

मृतक के भाई राजेश ने कहा, ´´इस हत्या में आरोपी का पूरा परिवार मिला है. जिसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए. उधार के पैसे वापस न देने पड़ें, इसलिए उसने भाई की हत्या कर दी. योगेश के दोनों बच्‍चे बेटी आराधना (15) और बेटा हर्ष (12) भी हत्‍यारोपी राहुल के स्‍कूल में ही पढ़ते हैं. ´´

मृतक के पिता ने कहा, ´´बेटे के लापता होने के बाद राहुल घर पर मुझे सांत्वना देने भी आया था. उस वक्त ये नहीं सोचा था कि वो ये सब ड्रामा कर रहा है.



Web Title : A FRIEND CHOKED UP HIS OWN FRIENDS LIFE, AFTER MURDER ERASED EVIDENCE FROM ACIDS