सीएम योगी के नाम लेटर लिख युवक ने किया सुसाइड

गोरखपुर के एक 27 साल के शख्स ने 2 महीने पहले सीएम योगी के नाम एक लेटर लिख सुसाइड कर लिया था. मृतक का परिवार पुलिस अफसरों के चक्कर लगा रहा है, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई है. पिता के मुताबिक, ´´बेटे ने गवर्नमेंट जॉब के लिए 6 लाख रुपए दिए थे, लेकिन जालसाज 2 साल तक सिर्फ टरकाता रहा. इसी डिप्रेशन में आकर उसने एक नोट छोड़ फांसी लगा ली. ´´ 

- मामला सहजनवा थानाक्षेत्र के केशवपुर गांव का है. यहां मृतक विकास कुमार (27 साल) पिता प्रेम चन्द्र, मां मालती देवी तीन बहने और एक भाई के साथ रहता था.

- मृतक के पिता के मुताबिक, ´´कई सालों से ग्वाला अखिलेश यादव आस-पास के इलाको में दूध देता था. साल 2015 में उसे जैसे ही पता चला कि बेटा सरकारी जॉब ढूंढ रहा है. ´´

- ´´उसने जौनपुर के रवि यादव को रिश्तेदार बनाकर मिलवाया. उसने कहा कि पहचान ऊपर तक है, आसानी से जॉब दिलवा सकता है. ´´ 

- ´´इसके बदले में 6 लाख रुपए की मांग की. दुकान बेचकर 3 लाख कैश और बाकि चेक दिया. 2 साल का वक्त बीतने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. जब पैसे वापस मांगे तो टरकाने लगा. ´´

- ´´दबाव बनाने पर उसने अपने घर जौनपुर बुलाया. बेटा अपने दोस्त संतोष कुमार अग्रहरी के साथ उसके घर गया. लेकिन रात के करीब 1:30 बजे तक वो गायब था. ´´

- ´´वहीं, कुछ लोगों के साथ जालसाज रवि पहुंचा और दोनों को करीब 1 घंटे तक पीटते रहे. बाथरूम करने के बहाने किसी तरह बेटा भागकर घर आया और पूरी बात बताई. ´´

- पिता का कहना है, ´´करीब 2 महीने तक बेटा काफी डिप्रेशन में रहा. 5 अक्टूबर को वो घर में अकेला था, हम सभी बाहर गए थे. ´´

- ´´ वापस लौटे तो बेटा पंखे के सहारे रस्सी से झूलता हुआ मिला. पास ही कागज़ के टुकड़ों में लिखा एक नोट भी पड़ा था. ´´

- नोट में लिखा था- ´´ऐसे जालसाजों को बाबा(योगी) जेल जरूर भेजिएगा और परिवार को न्याय जरूर दिलाईगा. ´´

- वहीं, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध ने इस मामले पर कुछ बोलने से इनकार कर दिया.


Web Title : STONED YOGIS NAME LETTER WRITING BY MAN MADE SIDE