बालाघाट. चुनावी वनवास के बाद 20 अप्रैल को बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे गांगुलपारा तालाब के पास स्थित अपने खंडाला फार्म हाउस में झोपड़ी छोड़कर निज-निवास लौट गए है. 14 दिन का चुनावी वनवास काटने के बाद पूर्व सांसद और बसपा प्रत्याशी कंकर मुंजारे, अपने भाई उमाशंकर मुंजारे, भतीजे हर्ष मुंजारे, पन्ना से पहुंचे साथी साधुसिंह लोधी, समर्थक सहेजलाल उपवंशी, इमरान खान सहित अन्य साथियो के साथ घर लौटे. घर लौटने पर कंकर मुंजारे का साथियों ने पुष्प गुच्छ से स्वागत किया और उनका मुंह मीठा कराया.
गौरतलब हो कि आजाद चौक स्थित निज-निवास में साथ रह रही कांग्रेस विधायक पत्नी अनुभा मुंजारे के लोकसभा चुनाव में उनके खिलाफ प्रचार करने से नाराज होकर कंकर मुंजारे ने सिद्धांतो और विचारधारा का हवाला देते हुए उन्हें घर से चले जाने कहा था, लेकिन धर्म, संस्कार और रितिरिवाज का हवाला देकर पत्नी अनुभा मुंजारे ने घर से जाने से मना कर दिया था. जिसके बाद पति कंकर मुंजारे, चुनाव के मतदान तक अर्थात 19 अप्रैल तक स्वयं ही घर से बाहर चले जाने का निर्णय लेते हुए 05 अप्रैल को घर छोड़ दिया था और गांगुलपारा तालाब के पास अपने लंबे-चौड़ी जमीन में झोपड़ी बनाकर रहने लगे थे. उनके इस कदम ने चुनावी माहौल में उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा दिया और समाचार पत्रों से लेकर इलेक्ट्रानिक और वेब मीडिया में उन्होंने जमकर सुर्खियां बटोरी. चुनाव तक वह मौसम परिवर्तन के बाद भी झोपड़ी से ही अपने चुनाव का संचालन करते रहे.