अब वोटिंग में लगी बीयू और वीवीपेट के नंबर उजागर करने पर युवक के खिलाफ मामला दर्ज, मतदान की गोपनियता भंग करने वाला चौथा कौन

बालाघाट. मतदान की गोपनियता भंग मामले में चार लोगों पर अपराध दर्ज करने के बाद अब वोटिंग में लगी बीयू और वीवीपेट के नंबर उजागर करने के मामले मंे युवक शुभम पटले के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है. लोकसभा निर्वाचन के तहत 19 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान सोशल मीडिया के माध्यम से मतदान की गोपनीयता और ईवीएम मशीनों के नंबर उजागर करने के मामले में एक और एफआईआर दर्ज की गई है. मतदान के दौरान सभी मतदान केंद्रों के सूचना पटल पर मोबाइल के प्रतिबंध के निर्देश चस्पा किये गए थे. इसके बावजूद कुछ शरारती मतदाताओ द्वारा 19 अप्रैल को हुए मतदान के दौरान मतदान केंद्र में मोबाइल अपने साथ ले जाकर मतदान की गोपनीयता और ईवीएम मशीनों के नंबर उजागर करने के कृत्य सामने आए है. बालाघाट नगर के दो और गर्रा के एक मतदान केंद्र में हुई ऐसी घटना पर पूर्व में ही एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है. इसके अलावा 19 अप्रैल को ही कटंगी विधानसभा के मतदान केंद्र क्रमांक 153 शा. प्रा. शा. जाम-1 में ऐसी घटना पर कार्रवाई की गई है. कटंगी विधानसभा एआरओ मधुवंत राव ने बताया कि मतदान केंद्र में वोटिंग कम्पार्टमेंट में लगी बीयू और विविपेट के फोटो लेकर शुभम पटले ने अपने मोबाइल नंबर 6263438375 और 9575425549 नंबर से सोशल मीडिया में वायरल किया गया. फोटो में विविपेट के नंबर भी शो हो रहे थे. जो निर्वाचन आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है. इस मामले मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी वेनेश्वर बिसेन ने 20 अप्रैल को थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गया. थाना प्रभारी कटंगी में भादवि की धारा 188 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1950, 51 और 89 कि धारा-128 में प्रकरण दर्ज किया गया है. वहीं मतदान केन्द्र पॉलीटेक्निक कॉलेज बालाघाट में मतदान की गोपनियता भंग करने के मामले मंे कोतवाली पुलिस ने धारा 188 भादंवि एवं 128 लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया था. जिसमें मतदान की गोपनियता भंग करने वाले की पहचान बाकी थी लेकिन तीन से चार दिन बीत जाने के बावजूद अब तक इस मामले में वह आरोपी कौन है, इसका पता नहीं चल सका है.  


Web Title : NOW A CASE HAS BEEN REGISTERED AGAINST A YOUNG MAN FOR REVEALING THE BU AND VVPAT NUMBERS ENGAGED IN VOTING, WHO IS THE FOURTH TO BREACH THE SECRECY OF VOTING