मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट में संयंत्र को लेकर कृषि मंत्री ने किया भुमिपूजन

देवघर : 40 करोड़ की लागत से सारठ के गोपीबांध में बनने वाले 50 हजार लीटर क्षमता के मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट में संयंत्र की स्थापना को लेकर बुधवार को कृषि मंत्री रंधीर सिंह ने भूमि पूजन कर कार्य का शुभारंभ किया. इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि गुजरात के अमुल मॉडल के तर्ज पर सारठ में भी प्लांट लगाया जायेगा और यह प्लांट संतालपरगना का अत्याधुनिक मॉडल का प्लांट होगा.  

मंत्री ने कहा कि प्लांट का निर्माण कार्य हरियाणा के जाडिया कंस्ट्रक्सन कंपनी को दिया गया है. कहा कि छह माह के अंदर प्लांट बन कर तैयार होगा और अपने इसी कार्यकाल में ही इसका उदघाटन भी होगा. इसके लिये कंस्ट्रक्सन कंपनी व विभाग के अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश दिया गया है.  

मंत्री ने कहा कि उक्त प्लांट से हजारों बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा और बाद में 50 हजार लीटर क्षमता को बढ़ाकर एक लाख लीटर करने की भी योजना है. वहीं फेडरेशन के तहत गांव-गांव में मेधा बुथ पार्लर खोला जायेगा. जहां से बेरोजगार युवक स्टाल लगाकर मेधा का सामान बेचेंगे.   देवघर, दुमका, जामताडा आदि जिले से भी दुध उक्त प्लांट में आयेगा. मंत्री ने स्थानीय लोगों को प्लांट निर्माण में सहयोग करने की अपील की.

10 एकड़ जमीन में बनेगा प्लांट

उक्त प्लोट में कूल 25 एकड़ जमीन है. जिसमें 10 एकड़ जमीन पर मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट लगाया जा रहा है. वहीं दो एकड जमीन पर क्वाटर बनाया जायेग. मंत्री ने कहा कि बचे जमीन पर सुखा दुग्ध व मिक्सचर प्लांट लगाया जायेगा. जिसकी घोशणा की जा चुंकी है. मंत्री ने कहा कि उनका एक ही उद्देष्य है कि विधानसभा क्षेत्र का चहुमंखी विकास हो. जो कार्य 70 साल में नहीं हुआ उससे अधिक विकास कार्य महज चार साल में कर के दिखाया है.  

सभी संसाधन व संयंत्र लगाये जायेंगे

मंत्री ने कहा कि मुख्य सड़क से प्लांट तक पक्की सड़क, अलग फीडर से बिजली की समुचित व्यवस्था व पानी सप्लाई की जायेगी. वहीं 11 करोड अतिरिक्त राशि भी दी जायेगी ताकि प्लांट का निर्माण सही ढंग से हो सके. झारखंड मिल्क फेडरेषन के प्रबंध निदेषक एसी सिन्हा ने कहा कि उक्त प्लांट का दुरगामी परिणाम देखने को मिलेगा. रोजगार के काफी अवसर मिलेंगे.

जमीन दाता के परिजनों को मिलेगी नौकरी

मंत्री ने कहा कि जमीन दाता के परिजनों को प्लांट में नौकरी दी जायेगी. वहीं स्थानीय बेरोजगारों को नौकरी में प्राथमिकता दी जायेगी. मौके पर कंस्ट्रक्सन के एमडी जीएस गांधी, जेनरल मेनेजर रविन्द्र जाडिया, डीडीओ संजीव रंजन, मिल्क फेडरेषन के मिलन मिश्रा, निलेष राय, जयराम पोद्दार, शेखर सिंह, अशोक सिन्हा, उदयकांत झा समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.  

शिलान्यास के डेढ़ साल बाद शुरू हुआ निर्माण कार्य

मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट का शिलान्यास मई 2017 में किया गया था. लेकिन तकनीकि कारणों से कार्य प्रारंभ नहीं हुआ था. मंत्री ने कहा झारखंड मिल्क फेडरेशन ने सरकार से कार्य प्रारंभ के लिये अग्रीम राशि की मांग की थी. लेकिन ऐसा नियम नहीं था. इसके लिये झारखंड कोषागार संहीता में संसोधन कर अग्रीम राशि देने कि नियमावली केबिनेट में पास कराया गया. तब जाकर फेडरेशन के खाते में अग्रीम राशि भेजी गई है.



Web Title : AGRICULTURE MINISTER DID BHOOMIPUJAN FOR MILK PROCESSING PLANT