धनबाद- 15 वर्ष पुरानी बसें भी चलेंगी ग्रामीण रूट पर

धनबाद-   15 वर्ष पुरानी बसें भी चलेंगी ग्रामीण रूट पर

सरकार की बहुमुखी योजनाओं में एक ग्राम गाड़ी योजना की 15 नवंबर को शुरुआत होनी है. इसको लेकर जिलास्तर से तैयारी की जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन को बढ़ावा देने के लिए बस संचालकों को रियायत दी जा रही है. दरअसल जो वाहन कबाड़ हो गए हैं अर्थात 15 वर्ष पुरानी बसों को भी ग्रामीण रूट पर चलाया जा सकेगा. परिवहन विभाग ग्रामीण रूट के लिए 15 वर्ष पुरानी बसों को भी परमिट देगा. दरअसल 15 वर्ष पुराने कॉमर्शियल वाहन को कबाड़ घोषित करना है.

तीन दिनों के अंदर रूट के लिए करें आवेदन

परिवहन विभाग की ओर से बस संचालकों के साथ बैठक कर ग्राम गाड़ी योजना के बारे में विस्तार से बताया गया. साथ ही बस संचालकों को ग्रामीण रूट पर बस चलाने के लिए मिलने वाली सहूलियत और रियायत के बारे में डीटीओ राजेश कुमार सिंह ने जानकारी दी. कहा कि सभी बस संचालक तीन दिनों के अंदर ग्रामीण क्षेत्र में अपने-अपने रूट के लिए परिवहन विभाग में आवेदन करें. बस संचालकों को तुरंत परमिट दिया जाएगा. 15 को ग्रामीण बसों का उदघाटन होगा.

15 वर्ष पुराने कॉमर्शियल वाहनों को कबाड़ घोषित करने के पीछे प्रदूषण नियंत्रण है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में इन कबाड़ बसों को चलाने की अनुमति राज्यस्तर पर दे दी जा रही है. जबकि नियमत: कॉमर्शियल वाहनों के लिए 8 साल तक प्रत्येक दूसरे वर्ष फिटनेस टेस्ट करना होगा.