धनबाद- सीआईएसएफ पर कोयला चोरों का हमला, दो इंस्पेक्टर समेत छह जवान घायल

धनबाद-   सीआईएसएफ पर कोयला चोरों का हमला, दो इंस्पेक्टर समेत छह जवान घायल

बीसीसीएल बरोरा क्षेत्र की एएमपी कोलियरी के जरलाही पैच में गुरुवार को कोयला चोरों ने सीआइएसएफ जवानों पर हमला बोल दिया. जवानों व कोयला चोरों के बीच दिनभर में तीन बार आमना-सामना हुआ. सुबह 8 बजे और फिर दस बजे टकराव हुआ. इसके बाद फ्लैग मार्च पर सीआईएसएफ और पुलिस निकली तो दोपहर लगाग तीन बजे आशाकोठी के पास एक बार फिर कोयला चोरों ने हमला कर दिया. मुठभेड़ के दौरान कोयला चोरों ने सीआईएसफ जवानों पर जमकर पथराव और लाठी-डंडे से हमला किया. हमले में सीआईएसएफ के दो इंस्पेक्टर समेत छह जवान घायल हो गए. घायल जवानों को इलाज के लिए रीजनल अस्पताल डुमरा लाया गया. इनमें हेड कांस्टेबल निशा पासवान और कांस्टेबल अमीर खान को बेहतर इलाज के लिए सेंट्रल अस्पताल धनबाद रेफर कर दिया गया. वहीं, इंस्पेक्टर सत्येंद्र प्रसाद, इंस्पेक्टर अर्चना बेग, हेड कांस्टेबल आरके सिंह, एवं जवान पिंटू का इलाज रीजनल अस्पताल डूमरा में चल रहा है.

मुठभेड़ के दौरान जवानों पर गोली चलाने की चर्चा है. कोयला चोरों ने कोलियरी में मौजूद बीसीसीएल अधिकारी और कर्मियों पर भी हमला किया. कोलियरी की परियोजना में सीआईएसएफ के लिए बने लोहा के बंकर को भी उलट दिया. आत्मरक्षा में सीआईएसफ जवानों ने लगभग दो दर्जन हवाई फायरिंग की. सीआईएसएफ की गोली से एक व्यक्ति घायल हुआ है.

10 नामजद समेत 250 पर केस

बरोरा पुलिस ने देर रात सीआईएसएफ के सअनि अब्दुल मन्नान की लिखित शिकायत पर 10 नामजद और 200-250 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. नामजद आरोपियों में करिवा उर्फ मुकेश यादव, बेबी देवी पति करिवा उर्फ मुकेश, लक्ष्मी देवी पति ककिरा यादव, बौना डॉन उर्फ बौना यादव, ललन यादव, उपेन्द्र यादव, जयराम यादव (सभी आशाकोठी खटाल) व पिंटू यादव उर्फ झागु यादव, बहिरा यादव एवं पोया यादव (फुलारीटांड़ निवासी) शामिल हैं.

चरणबद्ध मुठभेड़ को लेकर कोलियरी में दिनभर तनाव रहा. शाम को कोयला चोर और सीआईएसएफ के बीच हुई भिड़ंत में दो महिला जवान समेत आधा दर्जन सीआईएसफ के अधिकारी व जवान जख्मी हो गए. सुबह 8 बजे कोयला चोरों के हमले के जवाब में सीआईएसएफ की ओर से चलाई गई गोली से एक ग्रामीण कपिल यादव जख्मी हो गया. वह मधुबन रेलवे क्रॉसिंग, बड़काबांध खटाल का रहने वाला बताया जाता है. हालांकि उसके जख्मी होने की भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. ग्रामीण निजी अस्पताल में उसका इलाज करा रहे हैं. घायल व्यक्ति ने बताया कि वह कोलियरी में जलावन के लिए कोयला चुनने गया था. किधर से आकर गोली लगी, उसे पता नहीं चला. मामले में किसी भी पक्ष की ओर से पुलिस को लिखित शिकायत नहीं मिली है. सुबह हुई भिड़ंत बरोरा थाना और शाम को हुई भिड़ंत मधुबन थाना क्षेत्र का बताया जाता है.

सीआईएसफ जवानों पर हमले की सूचना पाकर कमांडेट विशाल शर्मा, डिप्टी कमांडेट भूपेंद्र सिंह, असिस्टेंट कमांडेंट गौतम यल समेत सीआईएसफ के कई वरीय अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे. जिला के भी सैट जवानों के साथ बरोरा, मधुबन एवं बाघमारा पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची. हालांकि सीआईएसफ के वरीय अधिकारियों ने कोई भी जानकारी देने से इंकार किया.

आत्मरक्षा में जवानों ने फायरिंग की : सीआईएसएफ इंस्पेक्टर

गोली नहीं चलाती तो जान जाती,रायफल लूट लेते कोयला चोर : निशा

सीआईएसफ ब्लॉक दो के जख्मी इंस्पेक्टर सत्येंद्र प्रसाद ने कहा कि हमलोग वरीय अधिकारी और जिला पुलिस के साथ फ्लैग मार्च पर निकले थे. इसी दौरान आकाशकोठी के समीप कोयला चोरों द्वारा पीछे से लाठी व पत्थर से हमला कर दिया. हमले में छह सीआइएसएफ के लोग घायल हो गए. आत्मरक्षा के लिए हमें लगभग 10-15 राउंड फायरिंग करनी पड़ी. वहीं घायल हेड कांस्टेबल निशा पासवान  का कहना है कि बड़े पत्थर से हमला किया गया. हमले के बाद जमीन पर गिर गई. दाहिने हाथ में गंभीर चोट है. साथी मुझे नहीं बचाते तो मेरी जान भी जा सकती थी. आत्मरक्षा के लिए मुझे अपनी रायफल से गोली चलानी पड़ी, नहीं तो वे लोग मेरी रायफल छीन लेते.

खुलेआम हो रही थी कोयला चोरी, रोकने पर पत्थरों की बरसात

पहली भिड़ंत सुबह आठ बजे के लगभग हुई थी. जब सीआईएसफ की क्यूआरटी गश्ती के दौरान एएमपी के जरलाही पैच पहुंची. वहां देखा कि दर्जनों लोग परियोजना से कोयला चोरी कर रहे हैं. जवानों ने जब इन्हें रोकने का प्रयास किया तो कोयला चोर ने उन पर हमला कर दिया. हमलावर मुंह पर गमछा बांधे हुए थे. इनके शोर मचाने पर कुछ लोग खदान के ऊपर आ गए और वहीं से जवानों पर पत्थर चलाने लगे. आत्मरक्षा में जवानों ने भी हवाई फायरिंग की, जिसमें कपिल यादव को गोली लगने की सूचना है. इधर, कोयला चोरों के पथराव में तीन-चार जवानों को आंशिक चोट भी आई. पथराव में क्यूआरटी की गश्ती गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुआ. लगभग दो घंटे बाद सुबह 10 बजे घटनास्थल का मुआयना करने गए सीआईएसफ अधिकारी व जवानों पर कोयला चोरों ने फिर से पथराव शुरू कर दिया. इस हमले में अधिकारी व जवान किसी तरह खुद को बचाया. घटना के बाद बरोरा, बाघमारा व मधुबन पुलिस भी दर्जनों सैट जवानों के साथ घटनास्थल पहुंच गई. मुख्यालय से सीआईएसफ के वरीय अधिकारी भी आ गए. बरोरा व ब्लॉक के साथ विभिन्न क्षेत्रों से 50 से अधिक महिला-पुरुष सीआईएसएफ जवान घटनास्थल पर पहुंच गए. जिला पुलिस और सीआईएसफ के वरीय अधिकारियों ने तय किया कि कोयला चोरों में भय पैदा करने के लिए शाम को परियोजना के आसपास फ्लैग मार्च निकाला जाए. जिला पुलिस और सीआईएसफ की टीम में शाम के तीन बजे फ्लैग मार्च कर रही थी. इसी दौरान जैसे ही परियोजना के समीप आशाकोठी गांव पहुंची तो कोयला का ढेर देखा. सीआईएसएफ ने बीसीसीएल के वाहनों की मदद से कोयला जब्त करने का प्रयास किया. इसके विरोध में 60-70 की संख्या में महिला-पुरुष जवानों पर टूट पड़े. जवानों पर लाठी-डंडे व पत्थर से हमला किया गया. महिला जवानों का बाल पकड़ जमीन पर पटक दिया. बचाव में जवानों ने हवाई फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग के बाद भी पथराव जारी था. लगातार फायरिंग होने के बाद हमला करनेवाले सभी महिला-पुरुष वहां से भागे. इस घटना में सीआईएसफ के एक महिला इंस्पेक्टर, एक पुरुष इंस्पेक्टर, एक महिला हेड कांस्टेबल समेत 6 जवान जख्मी है.