नई दिल्ली : डिजिटल पेमेंट की दिग्गज कंपनी Paytm को 1 अरब डॉलर (करीब 7162 करोड़ रुपये) की नई फंडिंग मिली है. अमेरिका के एसेट मैनेजमेंट फर्म टी रो प्राइस के नेतृत्व में मिली इस फंडिंग के दौरन कंपनी का वैल्यूएशन बढ़कर 16 अरब डॉलर (करीब 1,14,586 करोड़ रुपये) तक पहुंच गया है.
यह इस साल किसी भारतीय स्टार्टअप द्वारा जुटाई गई सबसे बड़ी रकम है. योजना के मुताबिक टी रो प्राइस, डिस्कवरी कैपिटल और डी 1 कैपिटल कंपनी में करीब 40 करोड़ डॉलर, मौजूदा निवेशक सॉफ्टबैंक 20 करोड़ डॉलर और आन्ट फाइनेंशियल 40 करोड़ डॉलर का निवेश करेंगे.
पेटीएम इस धन को अपने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह के कारोबार के विस्तार में लगाएगी और साथ ही वित्तीय सेवा कारोबार को आक्रामक विस्तार देगी. कंपनी के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को इस निवेश के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी अब कर्ज वितरण के साथ ही नए जमाने की बैंकिंग और बीमा कारोबार पर फोकस करेगी.
उन्होंने कहा, ´हम साधारण बीमा कारोबार के लिए लाइसेंस के आवेदन के अंतिम चरण में हैं. हमारे साथ करीब 1. 5 करोड़ मर्चेंट जुड़ चुके हैं और अगले दो साल में हम 2 करोड़ नए मर्चेंट जोड़ पाएंगे. ´ कंपनी ग्रामीण बाजारों में विस्तार के लिए अगले 3 साल में करीब 10,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. शर्मा ने कहा कि कंपनी अपने पेमेंट गेटवे कारोबार पर भी फोकस करेगी.
पेटीएम के संस्थापक और PayTm CEO विजय शेखर शर्मा को हाल में फोर्ब्स ने 56 वें नंबर का सबसे अमीर भारतीय घोषित किया था. नोटबंदी के बाद डिजिटल युग की ओर तेजी से मुड़े भारत में पेटीएम एक बड़ी भूमिका निभा रहा है.
गौरतलब है कि साल 2018 में Paytm को अमेरिका के दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट की कंपनी बर्कशायर हैथवे से 30 करोड़ डॉलर का निवेश मिला था. तब Paytm का वैल्युएशन 10 अरब डॉलर तक किया गया था. Paytm को फिलहाल गूगल पे, फोन पे, एमेजॉन पे जैसी कंपनियों से प्रतिस्पर्धा मिल रही है, लेकिन यह मार्केट की अगुआ बनी हुई है.
हालांकि, Paytm की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस को 31 मार्च को खत्म पिछले वित्त वर्ष में भारी घाटा हुआ है. कंसोलिडेटेड आधार पर कंपनी को 4,217 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है. इसमें पेटीएम मनी, पेटीएम फाइनेंशियल सर्विसेज, पेटीएम एंटरटेनमेंट सर्विसेज आदि के कारोबार शामिल हैं.