नई दिल्ली : भारत में सेंसेक्स बाजार में मचा कोहराम सिर्फ घरेलू वजहों से नहीं है. दरअसल पिछले कुछ दिनों से पूरी दुनिया के शेयर बाजार में जबरदस्त बिकवाली का दौर जारी है. कोरोना वायरस से होने वाले आर्थिक नुकसान को देखते हुए अमेरिका, जापान, थाइलैंड और दक्षिण कोरिया में भारी गिरावट दर्ज हो रही है.
गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट देखी गई है. बेंचमार्क डाउ जोन्स 2,300 अंकों से ज्यादा फिसला, जिससे संकेत लेते हुए एशियाई बाजारों में भी गिरावट देखने को मिली. जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस का डर अमेरिकी बाजार में साफ दिख रहा है. सिर्फ एक ही दिन में अमेरिकी बाजार में 10 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.
पूरी दुनिया में आर्थिक मंदी की आशंका को देखते हुए एशियाई बाजार भी सहम गए हैं. जापान, थाइलैंड, इंडोनेशिया और दक्षिण कोरिया में इक्विटी बाजार में 10 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है.
अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस पर नियंत्रण को लेकर पूरी दुनिया में कोई ठोस पॉलिसी मौजूद नहीं है. साथ ही बीमारी के नियंत्रण में भी ज्यादा असर नजर नहीं आ रहा है. इसी वजह से अमेरिका, यूरोप और एशिया के बाजारों में अगले कुछ हफ्ते बड़े मुश्किल हो सकते हैं.
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर मंदी के खतरे के देखते हुए कच्चे तेल की घटती मांग के बीच तेल बाजार पर वर्चस्व की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है. तेल निर्यातक देशों के समूह ओपेक (OPEC) द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती कर बाजार में संतुलन बनाने के लिए रूस को मनाने में विफल रहने के बाद ओपेक के प्रमुख सदस्य सऊदी अरब ने सस्ते दाम पर तेल बेचने का फैसला लिया है जिसके कारण क्रूड ऑयल के दाम काफी नीचे आ गए हैं. गिरावट के लिए इसे भी जिम्मेदार समझा जा रहा है.