आला हज़रत का मनाया गया 106 वां सालाना उर्स, जामा मस्जिद में हुए विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान

बालाघाट. भारत सहित पूरी दुनिया को इस्लाम धर्म की मूल विचारधारा सूफीवाद की पहचान कराने वाले, विश्व प्रसिद्ध धर्मगुरू और महान सूफी संत इमाम अहमद रज़ा खान आला हज़रत का 106 वां सालाना उर्स पूरी अकीदत और शानो-शौकत के साथ पूरे भारत सहित जिले में मनाया गया.  बालाघाट मुख्यालय में जामा मस्जिद के अलावा दिगर मस्जिदों गौसिया मस्जिद बूढ़ी, नूरी मस्जिद बैर चौकी सहित मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में उर्स पर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान किए गए. उक्ताशय की जानकारी रजा एक्शन कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष हाजी शोएब खान ने देते हुए बताया कि उर्स के अवसर पर कुरान खानी, मिलाद खानी, दरूद की महफिल सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए गए. इसी के तहत बालाघाट जामा मस्जिद में कार्यक्रम सुबह 11 बजे से शुरू किया गया. जिसमें नात खानी से कार्यक्रम की शुरूआत की गई. जिसके बाद धर्मगुरू और जामा मस्जिद के ईमाम मुद्स्सिर हुसैन कादरी ने आला हज़रत की जीवनी पर बयान देते हुए कहा कि वर्तमान समय में आला हजरत की शिक्षा और उनके उपदेशों पर अमल करके लोग अपनी जिंदगी को कामयाब बनाए. क्योंकि आला हजरत ने मानव जीवन के हर पहलुओं पर 13 सौ से अधिक किताबे, आमजन के रहनुमाई के लिए लिखी है. सभी को उनके बताए गए मार्ग पर चलने की आज आवश्यकता है. साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यालय बरेली शरीफ से चलाए जा रहे शिक्षा के अभियान को आमजन तक पहुंचाना, वक्त की मांग है. जिस पर सभी को मिलकर काम करने की जरूरत है.  उर्स पर दोपहर 2. 38 बजे कुल की फातिया, सलातो-सलाम के बाद आम लंगर का आयोजन जामा मस्जिद में किया गया है. जिसमें सूफी अब्दुल हमीद नूरी, पूर्व ईमाम जाहिद रज़ा कादरी, मौलाना अब्दुल हबीब नूरी, जिब्राईल रज़ा सहित बड़ी तादाद में सामाजिक बंधुओं ने शिरकत की.


Web Title : 106TH ANNUAL URS OF AALA HAZRAT CELEBRATED, VARIOUS RELIGIOUS RITUALS HELD AT JAMA MASJID