जिले के नक्सल क्षेत्र में बिछेगा सड़कों का जाल, सांसद के प्रयास से नक्सली क्षेत्र में 256 करोड़ की 33 सड़को को केन्द्रीय गृहमंत्रालय से मिली अनुमति

बालाघाट. नक्सल प्रभावित बालाघाट जिले के दूरस्थ नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में अक्सर आवागमन की सुविधायें न केवल आम जनता के लिए दुःखदायक थी बल्कि पुलिस को भी नक्सल गतिविधियों पर अंकुश लगाने आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. जिससे अक्सर नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में रहने वाले लोगों और पुलिस के लिए आवागमन एक बड़ी समस्या थी. जिसको लेकर जिले के सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन लगातार प्रयासरत थे. जिन्होंने जिले के पुलिस विभाग से नक्सल प्रभावित क्षेत्रो में सुगम आवागमन की मंशा से सड़कों की जानकारी हासिल की और उसे बनाने के लिए वह केन्द्रीय सरकार से लगातार प्रयासरत थे. राज्य शासन के माध्यम से केन्द्र शासन तक नक्सल प्रभावित बालाघाट क्षेत्र के नक्सली क्षेत्र में सड़को को लेकर चितिंत सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन की पहल रंग लाई. विगत दिनों केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बालाघाट के अधिकांश नक्सल प्रभावित और मंडला के कुछ नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सुगम आवागमन के लिए सड़को का जाल बिछाने 33 सड़को के लिए 256 करोड़ रूपये की राशि जारी की है. जिससे बालाघाट और मंडला के नक्सल प्रभावित क्षेत्रो मंे लगभग 289 किलोमीटर की सड़कों का जाल बिछेगा. हालांकि अभी यह पता नहीं चल सका है कि कहां-कहां की सड़के इस आरसीपीएलडब्ल्युई योजना के माध्यम से बनाई जायेगी. लेकिन मोटी-मोटी जानकारी जो सामने आ रही है, उसके अनुसार जिले के नक्सल प्रभावित बैहर, लांजी और परसवाड़ा के दूरस्थ नक्सल प्रभावित क्षेत्र की सड़के इसमें शामिल बताई जा रही है, जिनके निर्माण से न केवल नक्सल प्रभावित क्षेत्रो के ग्रामों से आवागमन सुचारू हो पायेगा बल्कि यहां रहने वाले लोग भी सड़क मार्ग से जुड़ने के बाद उन्नति कर पायेंगे. वहीं पुलिस को भी नक्सल अभियान को चलाने में सड़को की आ रही परेशानी से निजात मिलेगी.

मध्यप्रदेश के बालाघाट और मंडला नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़को की केन्द्रीय गृहमंत्रालय से मिली अनुमति और राशि के बाद जिले के सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने बताया कि वह लगातार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़को के निर्माण को लेकर चिंता करते रहे है और इस मामले मंे वह लगातार प्रयासरत थे. सड़को की मिली स्वीकृति के बाद नक्सल क्षेत्र के दुर्गम और दूरस्थ स्थान जहां सड़क की बहुत अधिक जरूरत है उन स्थानो में सड़क होगी और नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोग सीधे सड़क मार्ग से जुड़ेंगें. जिससे उनके जीवन में भी खुशहाली आयेगी. उन्होंने बताया कि बालाघाट जिले और मंडला जिले की ऐसी 33 लड़के शामिल है जिनकी कुल लंबाई 289 किलोमीटर है, जिसे बनाया जाना है, जिसके लिए आगामी 15 नवंबर तक डीपीआर तैयार कर शासन को भेजा भी जाना है ताकि जल्द ही इन सड़को का निर्माण हो सके.  

सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़क पुल पुलिया बन जाने से पुलिस गश्ती में आसानी होगी वही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों को आवागमन की सुविधा का लाभ भी मिलेगा. वहां के लोग विकास की मुख्य धारा से जुड़ेंगे. उन्होंने बताया कि इसके पूर्व महज 30 या 35 करोड़ की राशि प्राप्त होती थी. यह पहली बार है कि केवल सड़कों के लिए इतनी बड़ी राशि स्वीकृत की गई है. इसके अलावा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों एवं युवाओं के लिए कौशल विकास के तहत रोजगार के भी प्रबंध किये जा रहे है. जिसके लिए विभिन्न संस्थाओं से संपर्क किया गया है. जल्द ही नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले एसटीएससी आदिवासी युवाओ को ट्रेनिंग देकर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने का कार्य किया जायेगा.


Web Title : 33 ROADS WORTH RS 256 CRORE ALLOWED BY UNION HOME MINISTRY IN NAXAL AREA OF THE DISTRICT DUE TO MPS EFFORTS