श्री दिगंबर जैन संतों का बालाघाट मंगल प्रवेश

बालाघाट. 14 फरवरी बसंत पंचमी पर श्री दिगंबर जैन संतो का बालाघाट मंे मंगल प्रवेश हुआ. प. पू. आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज गुरुदेव के परम प्रभावक आज्ञानुवर्ती शिष्य प. पू. निर्यापक श्रमण मुनि, श्री 108 अभय सागर जी महाराज, प. पू. निर्यापक श्री 108 संभव सागर जी, मुनि श्री 108 निरोग सागर जी, मुनि श्री 108 निरीह सागर जी और मुनि श्री 108 नीरज सागर जी ससंघ 5 पिच्छी का मंगल प्रवेश 14 तारीख की सुबह 8 बजे मंगलप्रवेश होने पर जयस्तंभ चौक में सामाजिक बंधुओं ने उनकी भव्य अगवानी की.

घोड़े, बैंड और रंगोली के साथ महिलाए सिर पर कलश रखकर मुनि श्री की नगर अगवानी की गई. तत्पश्चात मुनि श्री मंदिर जी के दर्शन कर महावीर भवन पहुंचे. महावीर भवन में निर्यापक मुनि  अभय सागर एवं निर्यापक मुनि संभव  सागर जी द्वारा समाज को प्रवचनों के माध्यम से धर्म लाभ दिया गया. इसके साथ ही गुरु दर्शन और गुरु भक्ति की कामना जताई और समाज के प्रत्येक व्यक्ति से आचार्य गुरु प. पू. 108 मुनिश्री विद्यासागर जी महाराज के स्वास्थ्य लाभ के लिए नवकार मंत्र का जाप करने की बात कही. तत्पश्चात मुनि श्री मंदिर जी से आहारचार्य के लिए निकले जिसमें निर्यापक मुनि अभय सागर जी की आहारचार्य श्रीमान राकेश जैन परिवार को एवं निर्यापक मुनि संभव सागर जी महाराज की आहारचार्य सुबोध जैन परिवार को प्राप्त हुई एवं  अरुण जैन,  सेवता मनीष जैन, सपन समीर आशा जैन के परिवार को आहारचार्य करने का सौभाग्य मिला. तत्पश्चात दोपहर 01  बजे मुनिश्री का डोंगरगढ़ के लिए बालाघाट से विहार हुआ जिसमें रात्रि विश्राम सालेटेका स्कूल में होगा और कल की आहारचर्या रजेगांव में होगी.


Web Title : BALAGHAT MANGAL PRAVESH OF SHRI DIGAMBAR JAIN SAINTS