बाढ़ पीड़ितों को लेकर कांग्रेस सरकार असंवेदनशील, भाजपा नगर के नेतृत्व में भाजपाईयों ने दिया धरना,चेहरो की गैरमौजूदगी रही चर्चा का विषय

बालाघाट. प्रदेश के 32 जिलो में बाढ़ के कारण हुए नुकसान और उसके बाद सरकार द्वारा कोई संवेदनशील रवैया नहीं दिखाकर असंवेदनशीलता को लेकर भाजपा ने आज बस स्टैंड एसडीएम कार्यालय के सामने धरना दिया था. बालाघाट मुख्यालय में धरना आंदोलन से चेहरो की गैरमौजूदगी रही चर्चा का विषय रही. बताया जाता है कि मंत्री के क्षेत्र में नेताजी के व्यस्त होने और कुछ की तबियत खराब होने के कारण वह आंदोलन में नहीं पहुंच सके. तीन घंटे के इस आंदोलन में एक घंटा धरना आंदोलन में मौजूद भाजपाईयों ने प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर बाढ़ से हुई हानि से बाढ़ प्रभावितों को राहत पहुंचाने हो रही देरी पर जमकर कोसा. भाजपा ने बाढ़ प्रभावितों की राहत को लेकर प्रदेश सरकार पर असंवेदनशील होने का आरोप लगाया.

भाजपा के विगत दिनो कलेक्ट्रेट घेराव आंदोलन को देखते हुए आज भाजपा के आंदोलन के मद्देनजर पुलिस व्यवस्था चाक चौबंद रही. भाजपाईयों की संख्या की तुलना में पुलिस की पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के बीच आंदोलन की समाप्ति पर भाजपा ने महामहिम राज्यपाल के नाम एसडीएम के. सी. बोपचे को ज्ञापन सौंपा. जिसमें बाढ़ प्रभावितों को तत्काल राहत देने सहित कई मांगो के तत्काल निराकरण की मांग की.

कांग्रेस पर लगाया नाम बदलकर योजना चलाने का आरोप

धरना प्रदर्शन के दौरान भाजपाईयों ने कमलनाथ सरकार पर भाजपा की योजनाओं का बदलकर योजनायें चलाये जाने का आरोप लगाते हुए कि प्रदेश की सरकार हर मोर्चे पर विफल है. जो बाढ़ की जानकारी के दौरान आपदा प्रबंधन में नाकाम रही, जिसके कारण प्रदेश मंे पहली बार इतनी तबाही हुई है. भाजपाईयों ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार किसानों को बाढ़ से प्रभावित मुआवजा के साथ ही फसल बीमा योजना का लाभ दे, ताकि किसानों को राहत मिल सकें. भाजपाईयों ने सरकार को कर्जमाफी, फसल बीमा योजना, सभी अधिसूचित फसलों की खरीदी करने, मंडियो में नगद भुगतान व्यवस्था, मक्का को समर्थन मूल्य में खरीदने, समर्थन मूल्य में खरीदी गई धान का तत्काल भुगतान करने, किसानों को 12 घंटे बिजली, बिजली उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी बंद करने, गेहूं बीज अनुदान राशि देने, पशुओं को बीमारी से बचाने अभियान चलाने, प्रत्येक पंचायत में गौशाला खोलने का वचन निभाने, किसान सम्मान निधि का फायदा किसानों को दिलवाने और किसान मानधन योजना का लाभ देने जैसी विषयों पर सरकार को जमकर घेरा

बाढ़ प्रभावितों से कृषि मंत्री के नहीं मिलने पर भाजपा ने कसा तंज

विगत दिनों बालाघाट प्रवास पर आये प्रदेश शासन के कृषि मंत्री सचिन यादव के बालाघाट से लगे कुम्हारी के बाढ़ प्रभावितों से नहीं मिलने पहुंचने पर भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश के कृषि मंत्री पिकनिक के रूप में बालाघाट पहुंचे थे, जो घूमकर लौट गये, लेकिन बालाघाट में आने के बाद उन्हें बाढ़ प्रभावितों की याद नहीं. भाजपा ने कहा कि बाढ़ प्रभावित के साथ सरकार का रवैया असंवेदनशील है.  

आंदोलन में ये रहे शामिल

केन्द्रीय बैंक पूर्व अध्यक्ष राजकुमार रायजादा, नगरपालिका अध्यक्ष अनिल धुवारे, भाजपा नगर अध्यक्ष सुरजीतसिंह ठाकुर, भाजयुमो नगर अध्यक्ष गौरव मोनु श्रीवास्तव, राकेश सेवईवार, राजेश भाई चावड़ा, गुलशन भाटिया, जितेन्द्रसिंह राजपूत, सुशील बाजपेयी, खिमेन्द्र गौतम, दिनेश पिछोड़े, अशोक शांडिल्य, राजेश गोमासे, अनिल ठाकुर, ईशुलाल धावड़े, भीवराम डहाटे, जितेन्द्र गौतम, सचिन चौधरी, वकील वाधवा, रमाकांत डहाके, सोनु कसार, भुवन राहंगडाले, भारत चौधरी, दामेन्द्र ठाकरे, हेमेन्द्र क्षीरसागर, युवराज कातुरे, हेमंत नगपुरे, ब्रम्हानंद पिछोड़े, रविन्द्र कुमार सोनवाने, महेन्द्र अमित, सिद्धार्थ बाजपेयी, प्रभात श्रीवास्तव, राजेन्द्र चौधरी, जितेन्द्र चौधरी, मोनिल जैन सहित अन्य लोग मौजूद थे.


Web Title : CONGRESS GOVERNMENT INSENSITIVE TO FLOOD VICTIMS, BJP LED BJP LEADERS STAGE DHARNA, DISCUSS THE ABSENCE OF CHOW