तीन साल बाद मूकबधिर युवती से सामूहिक रेप का डीएनए से खुला राज, तीन आरोपियो में एक नाबालिग

बालाघाट. वर्ष 2021 में मूकबधिर युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों का राज डीएनए रिपोर्ट से खुला. जिसके बाद पुलिस ने तीनो आरोपियों (एक नाबालिग) को गिरफ्तार किया है. जिसकी शिनाख्ती में पीड़िता मूकबधिर युवती ने आरोपियों को पहचान लिया. जिसके बाद परसवाड़ा पुलिस ने थाना अंतर्गत घोड़ोदेही निवासी दो आरोपियों 60 वर्षीय बिपतसिह पिता भगेला मेरावी और 52 वर्षीय रोशनलाल पिता स्व. नैतराम ठाकरे को न्यायालय में पेश किया. जबकि नाबालिग आरोपी को किशोर न्याय बोर्ड में पेश किया.  दरअसल, 2021 में मूकबधिर युवती के साथ पड़ोसियो ने बारी-बारी से सामूहिक दुष्कर्म किया. जिससे युवती गर्भवती हो गई थी. जिसने जिला अस्पताल में एक लड़की को जन्म दिया था. चूंकि उस दौरान युवती कुछ बता नहीं पा रही थी. जिसके चलते वन स्टॉप सेंटर की महिला कर्मी की ओर से इसकी शिकायत पुलिस में की थी. जिसमें पुलिस ने संबंधित धाराओ के तहत अपराध पंजीबद्व किया था.  

मामले की जांच के दौरान पुलिस टीम ने युवती के मूकबधिर होने से आडियोलॉजिस्ट एक्सपर्ट और ट्रांसलेटर एक्सपर्ट के माध्यम से माननीय न्यायालय के समक्ष पीड़िता के कथन कराए गए. जिसके बाद पुलिस मूकबधिर युवती से किए गए रेप के आरोपियों को तलाशने में जुट गई. जिसमें पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की. पुलिस अनुसंधान, पीड़िता के एक्सपर्ट के माध्यम से लिए गए कथन और डीएनए रिपोर्ट के आधार पर आरोपी बिपतसिंह और रोशनलाल के डीएनए से मैचे होने पर उन्हें गिरफ्तार किया. इसी तरह नाबालिग आरोपी के मामले में भी पुलिस ने प्रक्रिया पूरी की.  तीन साल पुराने मूकबधिक युवती से सामूहिक रेप के मामले में पुलिस अधीक्षक नगेन्द्रसिंह ने आरोपियांे की शीघ्र गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए थे. जिसमें एडीएसपी के. एल. बंजारे और एसडीओपी सतीश साहू के मार्गदर्शन में मामले को गंभीरता से लेकर परसवाड़ा थाना प्रभारी उपनिरीक्षक दीपक त्रिपाठी, फूलकली तिलगाम, आरक्षक प्रवीण जाट, निलेश लांजेवार, गजेन्द्र पटले, अनिल हेडाऊ, राहुलसिंह, संदीप पुसाम, जितेन्द्र पटले, मआर. शशिकला उईके की टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार किया.


Web Title : DNA REVEALS DNA MYSTERY OF DEAF AND MUTE WOMAN GANG RAPE AFTER 3 YEARS, ONE OF THREE ACCUSED