एकल अभियान श्री हरि प्रशिक्षण का शिक्षार्थी हासिल कर रहे प्रशिक्षण

बालाघाट. एकल श्रीहरि समाजसेवी संगठन का मुख्य उद्देश्य एकल अभियान के पंचमुखी शिक्षा में एक मूल्याधारित संस्कार शिक्षा द्वारा सुदूर, पर्वतीय, जनजातियों, वनांचलों में बसे वन-बंधुओं के सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक उत्थान के लिए कार्य करना है और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयास करना है.  एकल श्रीहरि द्वारा गांव में संस्कार केंद्र की स्थापना कर, वहां के निवासी स्त्री,पुरुषों एवं बच्चों को एकत्र करके सत्संग के माध्यम से उनमें अपने संस्कृति के प्रति आदर, व्यवहार में संस्कार तथा ज्ञान का प्रसार एवं संगठन जीवन के लिए प्रेरित किया जा रहा है.

एकल श्रीहरि द्वारा गांव के युवा भाई-बहनों को संतों और कथाकारों द्वारा प्रशिक्षण देकर उनके अपने-अपने वनक्षेत्रों में हरिकथा, सत्संग, परिवार मंगल, ग्राम मंगल अनुष्ठान इत्यादि का आयोजन किया जाता है. इसी कड़ी में मध्यप्रदेश एवं राजस्थान के सुदूर वनांचल ग्राम से 40 की संख्या में पहुंचे शिक्षार्थी का, प्रशिक्षण 20 जून से वर्ग प्रारंभ किया गया है, जो की एक महीने 20 जुलाई तक चलेगा तथा यह प्रशिक्षण बालाघाट एकल अभियान समिति निःस्वार्थ सेवा के सहयोग से से निः शुल्क दे रही है. 20 जून को वर्ग का उद्घाटन कर वर्ग को प्रारंभ किया गया. जिसमें बालाघाट नगर से एकल अभियान समिति उपस्थित थी.

इस दौरान मुख्य वक्ता सिवनी सहविभाग संचालक श्रीरंग देवरस, विशेष अतिथि धार्मिक सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष लोढा, आरएसएस विभाग संघचालक वैभव कश्यप,  हरि कथा अध्यक्ष विक्रांत साकरे, विजय अग्रवाल, शैलेश वैद्य, ललित ऐड़े, एकल अभियान महिला समिति महिला अध्यक्ष श्रीमती दीपिका टांक, सचिव श्रीमती राजुल चौरड़िया, उपाध्यक्ष श्रीमती दुर्गा राठौर, सुश्री विधि चौरड़िया, श्रीमती ज्योत्सना राठौर, श्रीमती मनमीत कौर, रीता पटेल सहित एकल अभियान के वरिष्ठ कार्यकर्ता भी उपस्थित थे.  

कार्यक्रम में संभाग प्रमुख बिरेंद्र बेद्रे, संभाग व्यास कथाकार अजय शरण, हरिकथा योजना प्रमुख सुश्री दीपिका पटले, भाग प्रमुख ओमप्रकाश मरावी, भाग कथाकार व्यास खेमचंद साहू, अंचल अभियान प्रमुख गणेश पंचाले, अंचल शिक्षा प्रमुख संजय धारवैया, अंचल कथाकार व्यास सुश्री चंद्रकला आर्मो, कार्यालय प्रमुख यशवंतसिंह मरावी, व्यास कथाकार श्याम दुफारे, युगल किशोर, श्रीमती रामवती सहारे, अभिषेक तिवारी, अमन शरण, भाग कथाकार व्यास नितेंद्र शरण की उपस्थिति में कार्यक्रम द्वारा आर्शीवचन देते हुए वर्ग का प्रारंभ किया गया. गौरतलब हो कि सभी शिक्षार्थी बालाघाट से 1 महीने का प्रशिक्षण लेकर, 9 महीने का प्रशिक्षण लेने के लिए अयोध्या एवं वृंदावन की पावन भूमि में सभी शिक्षार्थी जायेंगे. प्रशिक्षण लेकर सभी अपने-अपने स्तर पर गांव-गांव में जाकर राम कथा, सुंदरकांड एवं कृष्ण कथा के माध्यम से गांव वालों के मन में सनातनी धर्म के प्रति कार्य और नशा मुक्ति का एक बड़ा अभियान चलायेंगे.  


Web Title : EKAL ABHIYAN SHRI HARI TRAINING TRAINING FOR LEARNERS