घर-घर संस्कार पहुंचाने का काम कर रहा गायत्री परिवार, दीपावली मिलन समारोह पर समाजसेवी और संस्था प्रतिनिधियों ने गायत्री परिवार ने किया सम्मान

बालाघाट. गायत्री शक्तिपीठ द्वारा वर्ष 2024 में 30 नवंबर से 04 दिसंबर तक राष्ट्र जागरण के भाव से 251 कुंडीय गायत्री महायज्ञ विराट संस्कार महोत्सव करने जा रहा है. जिससे पूर्व गायत्री परिवार पूरे जिले में अनेक रचनात्मक, साधनात्मक लोक मंगल के कार्य संकल्पों को प्रयाज वर्ष के रूप में मना रहा है. जिसमें 24 हजार पौधारोपण, 24 हजार बच्चों के बीच भारतीय ज्ञान परीक्षा, घर-घर संस्कार, आओ गढ़े संस्कारवान पीढ़ी के रूप में गर्भस्थ शिशु में पुंसवन संस्कार सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है.  

इन्हीं कार्यक्रमों को लेकर दीपावली पर गायत्री परिवार द्वारा 19 नवंबर को दीपावली मिलन समारोह का आयोजन गायत्री शक्तिपीठ में रखा गया था. जिसमें प्रमुख रूप से इंजी. दिवाकरसिंह, रमेश रंगलानी, लता एलकर, सनातन महासभा के विद्वत परिषद सदस्य स्वामी नर्मदेश्वर, भरवेली डीजीएम राजेन्द्र सिंह, कमलजीतसिंघ छाबड़ा, गुरूदयालसिंघ भाटिया, हीरासिंघ भाटिया, मीणा चावड़ा, आर. एस. बैस सहित समाज के सामाजिक, धार्मिक, आध्यात्मिक, शैक्षणिक, साहित्यिक, चिकित्सा, प्रेस-मीडिया, शासकीय एवं प्रशासकीय संस्था प्रमुख, गणमान्य जनप्रतिनिधि, प्रतिष्ठित समाजसेवी, उद्योगपति एवं शिक्षाविद उपस्थित थे. जहां सभी ने एकदूसरे को दीपावली मिलन समारोह की बधाई दी और गायत्री परिवार ने उनका सम्मान किया.  

गायत्री परिवार के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी डॉ. चारूदत्त जोशी ने स्वागत उद्बोधन दिया. जबकि कार्यक्रम को विस्तार रूप से ट्रस्टी महेश खजांची ने रखा. कार्यक्रम का मंच संचालन दिलीप रिनायत द्वारा किया गया.   मुख्य प्रबंध ट्रस्टी डॉ. चारुदत्त जोशी एवं वरिष्ठ संरक्षक महेश खजांची ने बताया कि आगामी 2024 में राष्ट्रजागरण के भाव से 30 नवंबर से 04 दिसंबर तक 251 कुंडीय महायज्ञ कराया जा रहा है. इससे पूर्व अनेक रचनात्मक और आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है.   उन्होंने बताया कि दीपावली के पावन अवसर पर गायत्री शक्तिपीठ में दीपावली मिलन का आयोजन किया गया. जिसमें धर्मशील प्रवृति और अच्छे काम मे लगे लोग, प्रोत्साहन और हौंसला अफजाई और अभिनंदन किया गया. ताकि भारतीय संस्कृति उत्कर्ष हो और श्रेष्ठ कार्य के लिए आगे लगे रहे.  उन्होनंे बताया कि गायत्री शक्तिपीठ प्रेमनगर द्वारा वर्ष 2023-24 में विशेष रचनात्मक, धार्मिक, आध्यात्मिक प्रयाज संकल्पों को पूर्ण करने का विशेष वर्ष मनाया जा रहा है. जहां आश्विन नवरात्रि के पावन पर्व पर राष्ट्र जागरण 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ की सफलता के लिए बालाघाट सहित जिले के सभी विकास खंडों में सामूहिक गायत्री महापुरश्चरण जप साधना की गई. इसके अन्य संस्कार भी कराए जा रहे है.


Web Title : GAYATRI PARIWAR, WHO IS WORKING TO DELIVER SANSKARS FROM HOUSE TO HOUSE, SOCIAL WORKERS AND ORGANIZATION REPRESENTATIVES HONORED GAYATRI PARIWAR ON DEEPAWALI MILAN CEREMONY