तेज रफ्तार ओव्हरलोड डंपर की चपेट में आये पति-पत्नी की मौत,वाहन चालक वाहन सहित फरार, एक सप्ताह में क्षेत्र में दूसरी बड़ी घटना

लालबर्रा. अगर आप लालबर्रा क्षेत्र से किसी भी दिशा की ओर यात्रा करना चाह रहे है तो सावधान हो जाये, या तो आप मौत से सामना करने जा रहे है या मौत का खतरा साये की तरह आप का पीछा कर रहा है. क्षेत्र में चारो दिशाओं में फर्राटा भरते बेलगाम डंपर बेरोकटोक दौड़कर मौत को आमंत्रण दे रहे है, क्षेत्र में एक सप्ताह में लगातार दूसरी बड़ी घटना में बेलगाम भागते डंपर की चपेट में आये पति-पत्नी की मौत हो गई. बेलभाग भागते डंपरों को लेकर कोई कार्यवाही नहीं होने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि मानो थोडे बहुत लोगों का इन डंपरो की चपेट मे आकर दम भी निकल जाये, कोई बड़ी बात नहीं मगर इनके पहिए थम गए तो जिले का जीवन ठहर जायेगा. इसे प्रशासन का निकम्मापन न कहे तो क्या? लगातार हो रही दुर्घटना के बाद भी अलसाए हुए जिम्मेदारो को बेलगाम भागते डंपरो पर लगाम लगाने का जरा भी प्रयास करना नागवार गुजर रहा है.  

विगत 7 दिनों ही कि बात करें और क्षेत्र में डंपर से अलग-अलग दुर्घटनाओं पर नजर डाले तो बालाघाट-लामता राज्य मार्ग में डंपर बस की भिडंत में लगभग 1 दर्जन लोग घायल, वहीं लालबर्रा-सिवनी राज्यमार्ग नेवरगांव(ला. ) - पोंडी के समीप 30 जून को लालबर्रा महाविद्यालय से अपने गांव की ओर जा रहबहेगांव लालबर्रा निवासी छात्र उमाशंकर गौतम एवं 17 वर्षीय छात्रा प्रीति ठाकरे को बेलगाम रेत से भरे डंपर चालक ने पीछे से टक्कर मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये थे.

जिसकी पुर्नरावृत्ति 4 जुलाई शाम लगभग 7 बजे सिवनी जिले के बरघाट पांडरवानी निवासी योगेश पिता घनश्याम मेश्राम अपनी 27 वर्षीय पत्नी लक्ष्मी मेश्राम के साथ अपने दोपहिया वाहन एमपी 50 एम 4044 से लालबर्रा की ओर आ रहे थे, इस दौरान पाथरशाही के पास दोनो ही बेलगाम डंपर द्वारा रौंद देने से वाहन चालक पति की घटना स्थल पर ही मौत हो गई वहीं गंभीर रूप से घायल पत्नी को ईलाज के लिए बालाघाट जिला चिकित्सालय ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई. जिससे दोनों ही असमय काल के गाल में समा गये. जिससे यह सवाल खड़ा होता है कि आखिर क्यों, लगातार हो रही दुर्घटनाओ के बाद भी कर्तव्य के प्रति जिम्मेदारो को बेलगाम भागते ओवरलोड डंपरो पर लगाम लगाने जरा भी जहमत उठाना नागवार गुजर रहा है?

तेज रफ्तार ओव्हर लोड डंपरों पर आखिर क्यों नहीं कसी जा रही नकेल

क्षेत्रीय प्रबुद्धजीवियों का कहना है कि लालबर्रा क्षेत्र सहित जिले से रेत का व्यापार सिवनी में डंपरों से किया जाता है और सिवनी से गिट्टी का व्यापार बालाघाट में बीते कई वर्षो से किया जा रहा है, जिससे तेज रफ्तार ओव्हर लोड वाहनों से जहां राजमार्ग की हालत जर्जर हो रही है वहीं कई लोगों की तेज रफ्तार डंपरों की चपेट में आने से कई लोगों की जान जा रही है. ऐसे वाहनों पर नकेल कसने दोनों जिलों के अधिकृत पुलिस विभाग, खनिज विभाग एवं परिवहन विभाग आखिर क्यों वर्षो से अपनी आंखों पर काली पट्टी बांधे बैठे है? इन विभागों की लापरवाही के कारण अब दुर्घटना का इंतजार तो अब रहा नहीं, वरन अब दुर्घटना होने पर भी चुप्पी साधे बैठे रहने से, कहीं न कहीं जिम्मेदारों के कर्तव्य पालन करने की जिम्मेदारी से हटकर तमाशबीन बनते दिखाई देने लगे है.


इनका कहना है.

घटना स्थल का मुआयना कर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला कायम किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.

रघुनाथ खातरकर, थाना प्रभारी, थाना लालबर्रा


Web Title : HUSBAND AND WIFE KILLED IN HIGH SPEED OVERLOAD DUMPER, DRIVER ABSCONDS WITH VEHICLE, SECOND MAJOR INCIDENT IN AREA IN A WEEK