माधुरी तेल की नकल कर बेचे जा रहे मधुर माधवी तेल की हो जांच,कांग्रेस ने की मांग, खाद्य विभाग करेगा क्वालिटी की जांच

बालाघाट. बालाघाट में माधुरी ब्रांड तेल से मिलते-जुलते मधुर माधवी ब्रांड के तेल को बेचे जाने का मामला अब राजनीतिक मोड़ ले लिया है, जहां कांग्रेस ने इस मामले में माधुरी तेल की नकल कर मधुर माधवी तेल को मिलावटी और घटिया तेल बेचे जाने का आरोप लगाते हुए मानव जीवन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने के मामले में व्यापारी विकास सचदेव द्वारा बनाये जा रहे मधुर माधवी तेल की एसआईटी गठित कर जांच किये जाने की मांग की है.

कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने 8 जुलाई को महामहिम राष्ट्रपति और पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपकर व्यापारी के कृत्य को आम नागरिकों और उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून का उल्लंघन बताया. पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी से कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में शामिल वरिष्ठ कांग्रेसी रहीम खान, जुगल शर्मा, शेषराम राहंगडाले और कांग्रेस प्रवक्ता विशाल बिसेन ने इस मामले में व्यापारी द्वारा सालों से नकल नाम से घटिया और गुणवत्तापूर्ण तेल बनाकर जिले, प्रदेश एवं अन्य जिलो में विक्रय किया जाकर मानव स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने के मामले में एसआईटी से जांच कराकर व्यापारी के खिलाफ रासुका लगाने की मांग की है. इस दौरान पार्षद रामभाऊ पंचेश्वर, अंशुल अवस्थी सहित अन्य कांग्रेस साथी मौजूद थे.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहीम खान ने बताया कि जिले में लगातार नकली दवा, नकली नोट, नकली खाद-बीज और बड़े-बड़े मामले सामने आ रहे है, अब नकल तेल बेचने का मामला सामने आया है, जो जिले की जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है. जिले में नकली कारोबार के नाम से भ्रष्टाचार फलफूल रहा है. यदि आम जन यह तेल उपयोग करते है तो इससे मानव स्वास्थ्य पर कई बीमारियों का खतरा पैदा हो जाता है. नकली काम का व्यवसाय संरक्षण में जिले में फलफूल रहा है. जिसे तत्काल बंद किया जाना चाहिये. जिसको लेकर कांग्रेस ने पुलिस अधीक्षक से मामले में मुलाकात कर चर्चा की और मामले की एसआईटी से जांच कराये जाने की मांग की है, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके.

कांग्रेस नेता शेषराम राहंगडाले ने कहा कि रिफायनरी के नाम से जिले में कच्चा तेल मंगवाकर उसकी पैकेजिंग की जा रही है और उसके डब्बों और टीन को गांव-गांव में बेचकर मानव जीवन के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर व्यापारी मुनाफा कमाने का काम कर रहे है. तत्कालीन कांग्रेस शासनकाल में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया गया था, जिसमें कई बड़ी कार्यवाही जिले में देखने मिली थी, लेकिन मिलावटखोरो को नहीं बख्शा जायेगा, जैसे भाषण देने वाले मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की सरकार जब से सत्तासीन हुई है, तब से मिलावटखोरो की चांदी है, प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के बाद से एक भी मिलावट को लेकर कार्यवाही नहीं की गई है, जो प्रशासन और संबंधित विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करता है. हमारी मांग है कि ऐसे लोगों की जांच एसआईटी के माध्यम से कराई जायें और इनके खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही की जायें.

दूसरी ओर इस मामले में खाद्य विभाग निरीक्षक वाजिद मोहिद ने भी तेल की क्वालिटी की जांच किये जाने का भरोसा दिलाया है. गौरतलब हो कि गत 7 जुलाई को माधुरी रिफायनरी तेल ब्रांड की ट्रेडमार्क की नकल का उपयोग कर मधुर माधवी तेल बेचे जाने के मामले में कंपनी प्रतिनिधि और उसके लीगल एडवाईजरी टीम ने शहर के सुभाष चौक स्थित किशनचंद बोलुमल के तेल गोदाम में कोर्ट के आदेश पर छापामार कार्यवाही कर लगभग ढाई लाख रूपये से ज्यादा का माल बरामद किया था. जिस राशि को जुर्माने स्वरूप व्यवसायी विकास सचदेव द्वारा कंपनी प्रतिनिधि और लीगल एडवाईजरी टीम को दिया गया था. जिसके बाद टीम ने सीज किये गये तेल के भंडारण को गोदाम संचालक के हवाले किया. हालांकि इस ब्रांड के कुछ सैंपल टीम ने अपने साथ लेकर गये है. जहां वह दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में मामले में बालाघाट से बरामद मधुर माधवी तेल को बतौर साक्ष्य रखेंगे. जिसके बाद ही कोर्ट इस मामले में फैसला देगा.

खाद्य विभाग कार्यवाही का अधिकार नहीं होने की बात कहकर कमजोर आ रहा है नजर

जिले में गत 7 जुलाई को माधुरी तेल ब्रांड के नकल मधुर माधवी तेल मिलने पर खाद्य विभाग से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो अधिकारी वाजिद मोहिद ने बताया कि बालाघाट में रिफायनरी तो नहीं है लेकिन यहां व्यापारी रिफायनरी तेल टैंकरों से मंगवाकर रि-पैक करते है. चूंकि ब्रांड नाम को क्रास चैक करने का अधिकार नहीं है, इसलिए कभी माधुरी तेल ब्रांड के नकल तेल के ब्रांड को लेकर कभी जांच नहीं की गई. जहां तक तेल के वजन का मामला है तो इसकी जांच नापतौल विभाग की जिम्मेदारी है. जिसको लेकर कभी शिकायत भी विभाग के पास कभी किसी ने नहीं की. यह जरूर है कि अब तेल की क्वालिटी की जांच की जायेगी.  


Web Title : MADHUR MADHAVI OIL BEING COPIED AND SOLD BY MADHURI OIL TO BE PROBED, CONGRESS DEMANDS FOOD DEPARTMENT TO CHECK QUALITY