मोहनिश पिछोड़े को मिली पीएचडी की उपाधि

बालाघाट. जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, प्रतिभावान छात्र, छात्राओं और शोधकों ने हमेशा ही जिले का नाम गौरांवित किया है. इसी कड़ी में नगरीय क्षेत्र के सरस्वती नगर वार्ड न. 30 निवासी मोहनिश पिछोड़े को देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर द्वारा प्राणीशास्त्र विषय मे डॉक्टर ऑफ फिलोसॉफी की डिग्री प्रदान की गई हैं. मोहनिश ने अपना शोध कार्य शासकीय होलकर विज्ञान महाविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग के शोध निर्देशक डॉ. संतोष गहरवाल के मार्गदर्शन में कैटफिश, क्लैरियस बैटरेक्स (मांगुर/मंगोरी मछली) पर आर्सेनिक के प्राकृतिक और कृत्रिम अवयवों से होने वाले विषैले प्रभावों का अध्ययन किया है. इस उपलब्धि पर मार्गदर्शक रहे माता ललिता पिछोड़े, पिता जे. एस. पिछोड़े (से. नि. कृषि अधिकारी), गुरुजनों, समस्त परिजनों और मित्रों ने शुभकामनाएं दी हैं. ज्ञात हो कि मोहनिश पिछोड़े की रिसर्च में शुरुआत से रुचि रही हैं, इनके राष्ट्रीय और अंर्तराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में 25 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके है. वर्तमान समय मे ये कान्हा टाईगर रिजर्व में फील्ड बायोलॉजिस्ट के रूप में अपनी सेवायें दे रहे है.


Web Title : MOHNISH PIBHEKO GETS PHD DEGREE