छत्रपति शिवाजी जयंती पर निकली मोटर सायकिल रैली, जय शिवाजी-जय भवानी के जयघोष से गूंजा शहर, हिन्दु राज के महान शासक थे छत्रपति शिवाजी महाराज-खोटेले

बालाघाट. छत्रपति शिवाजी महाराज मराठा सम्राट थे, जिनकी शौर्यगाथा इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज है. शिवाजी महाराज की वीरता की मिसाल पूरे देश में दी जाती है और गर्व और ऊर्जा के साथ उनका नाम लिया जाता है. वह एक देशभक्त, कुशल प्रशासक और साहसी योद्धा थे. मुगलों को परास्त करने वाले शिवाजी महाराज ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी. जितने ओजस्वी शिवाजी खुद थे, उतने ही ऊर्जावान उनके विचार भी थे. मराठा साम्राज्य की स्थापना करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज के शौर्य की गूंज आज भी सुनाई देती है. शिवाजी महाराज, हिन्दु राज के एक महान शासक थे. यह बात समाज के जिलाध्यक्ष सुनील खोटेले ने सामाजिक भवन में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही.  

इससे पूर्व छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती अवसर पर सामाजिक बंधुओं द्वारा समाज के जिलाध्यक्ष सुनील खोटेले के नेतृत्व में भगवा मोटर सायकिल रैली निकाली गई. जो आंबेडकर चौक, हनुमान चौक होते हुए छत्रपति शिवाजी जैविक कृषि मंडी पहुंची. जहां स्थित समाज के आराध्य छत्रपति शिवाजी महाराज की आदमकद प्रतिमा पर सामाजिक बंधुओं ने माल्यार्पण कर जय शिवाजी-जय भवानी के जयघोष का गुंजायमान किया.  यहां से भगवा मोटर सायकिल रैली मेनरोड से काली पुतली चौक, आंबेडकर चौक, सहस्त्रबाहु चौक होते हुए पॉलीटेक्निक कॉलेज के पीछे स्थित छत्रपति शिवाजी सांस्कृतिक भवन मंे मंचीय कार्यक्रम आयोजित किया गया. जहां अतिथि समाज के संरक्षक इंजी. दिवाकरसिंह पटेल और सामाजिक लोगों ने समाज के आराध्य शिवाजी महाराज, मां सरस्वती और सरदार पटेल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर एक बार फिर जय शिवाजी-जय भवानी का जयघोष किया. जिसके बाद समाज की महिलाओं द्वारा शिवाजी की आरती की गई.

यहां मंचीय कार्यक्रम में बारी-बारी से अतिथियांे का स्वागत सामाजिक बंधुओं द्वारा किया गया.  मुख्य अतिथि इंजी. दिवाकरसिंह पटेल ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के हौंसले काफी बुलंद थे. जिन्होंने देश के कोने-कोने में साम्राज्य किया. जिन्हें कोई रोक नहीं पाया. छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिन्दुत्व की अलख जगाई. वह कुनबी वीर शासक थे. उन्होंने कहा कि किसी भी समाज की ताकत उसका एकजुटता होती है. समाज किसी एक व्यक्ति से नहीं बल्कि समूह से बनता है. सबको साथ लेकर चलने से ही समाज मजबूत, एकजुट और सशक्त बनता है. जिस तरह से छत्रपति शिवाजी महाराज ने किसी की मदद करते समय यह नहीं देखा कि वह कौन है, उसी तरह हमे भी समाज में हर किसी की मदद के लिए आगे आना चाहिये. उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे बड़ा समाज कुनबी समाज है. छत्रपति शिवाजी महाराज जिस तरह संगठित करके आगे बढ़ते रहे, उसी तरह हमें भी समाज में संगठित होकर आगे बढ़ना है. देश की आजादी के बाद जहां छत्रपति शिवाजी महाराज ने देश को एक करने का काम किया तो वहीं आजादी के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश को एक करने का काम किया.  

ये रहे उपस्थित

कार्यक्रम में महासचिव शिवशंकर शिवणकर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भागवत कुथे, कोषाध्यक्ष श्रीराम दानी, नीलकंठ  बहेकार, ए. के. थेरकर, मनोहर थेरकर, सीमासिंह पटेल, कल्पना बहेकार, मंदा बहेकार, साधना कुथे, संगीता फुंडे सहित बड़ी संख्या में सामाजिक बंधु उपस्थित थे.


Web Title : MOTORCYCLE RALLY ON CHHATRAPATI SHIVAJI JAYANTI, CITY REVERBERATES WITH CHANTS OF JAI SHIVAJI JAI BHAWANI, CHHATRAPATI SHIVAJI MAHARAJ KHOLE, THE GREAT RULER OF HINDU RAJ