सत्याग्रह आंदोलन कर अधिकारी-कर्मचारी मोर्चा ने महात्मा गांधी को सौंपा ज्ञापन, सरकार नहीं सुन रही अधिकारी-कर्मचारियों की बात-सजल मस्की

बालाघाट. मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के घअक संगठन पटवारी संघ, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ, अजाक्स संघ, अपाक्स संघ, कर्मचारी कांग्रेस, शिक्षक कांग्रेस, लघुवेतन कर्मचारी संघ, स्थायी कर्मी संघ, ट्रायवल वेलफेयर, पशु चिकित्सा अधिकारी संघ, वनकर्मचारी संघ, गुरूजी संयुक्त मोर्चा, शासकीय प्राथमिक-माध्यमिक शिक्षक संघ, शासकीय अध्यापक शिक्षक संघ, पेंशनर संयुक्त मोर्चा सहित अन्य घटक संगठनों ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर सत्याग्रह आंदोलन कर उपवास किया और महात्मा गांधी की प्रतिमा को अपनी मांगो का ज्ञापन सौंपा.

नगर के हनुमान चौक स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा के पास संगठन पदाधिकारियों ने उपवास सत्याग्रह आंदोलन किया. मध्यप्रदेश अधिकारी-कर्मचारी संयुक्त मोर्चा जिलाध्यक्ष सजल मस्की ने बताया कि मोर्चा के प्रांतीय आव्हान पर 2 अक्टूबर को गांधी जयंती पर मोर्चा साथियों ने उपवास सत्याग्रह आंदोलन किया और सरकार के अधिकारी-कर्मचारियों की मांगो पर कोई विचार नहीं करने पर मांगो का ज्ञापन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा को सौंपा. उन्होंने कहा कि यदि सरकार, प्रदेश के अधिकारी-कर्मचारियों की मांगो पर विचार कर निराकरण का प्रयास नहीं करती है तो आगामी समय संयुक्त मोर्चा के आव्हान पर प्रदेश के सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे.  

अध्यक्ष मस्की ने बताया कि मोर्चा ने सरकार से पुरानी पेंशन बहाली, पदोन्नति, स्वास्थ्य बीमा, संविदा, स्थायी कर्मी एवं आउटसोर्स कर्मियों के नियमितिकरण, नवीन शिक्षा संवर्ग के अध्यापकों को नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता, क्रमोन्नति, गुरूजी संवर्ग को नियुक्ति तिथि से वरिष्ठता का लाभ, लिपिकों की वेतन विसंगति, पटवारी को 28 सौ ग्रेड-पे, नियमित शिक्षक को पदनाम, वनसुरक्षा श्रमिक एवं कोटवारो के नियमितिकरण, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मानदेय वृद्धि, पंचायत सचिव एवं स्थायी कर्मियों को सातवां वेतनमान, पेंशनरों को 6 प्रतिशत महंगाई राहत एवं नियमित कर्मचारियों को केन्द्र के समान 4 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिपावली के पूर्व दिये जाने सहित अन्य मांगो के निराकरण की मांग की गई है.

इस दौरान राकेश वर्मा, बी. एल. चौधरी, प्रदीप लिल्हारे, डॉ. घनश्याम परते, रविन्द्र उके, फातिमा खान, वरूण देव, संतोष मसखरे, घुनेन्द्र सिलेकर, सुनील मेश्राम, अरूण बिरनवार, गिरधारी भगत, अजीत तिवारी, बसंत चौधरी, मनोज रूसी, दिलीप बागड़े, कृष्ण कुमार भीमटे, के. के. पांडे, रितेश गेडाम, ओमप्रकाश मेश्राम, नारायण सोलंकी, टी. पी. पंचेश्वर, बी. एल. राणा, रविन्द्र बिसने सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

Web Title : SATYAGRAH AND KRANTI KAR ADHIKARI KARAMCHARI MORCHA SUBMITS MEMORANDUM TO MAHATMA GANDHI, GOVERNMENT NOT LISTENING TO OFFICERS AND EMPLOYEES SAJAL MASKI