एक समय वो था, आज अहंकारी हो गए नेता, जिसने भाजपा, आरएसएस, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को गाली दी हो, हम कैसे करेंगे उसका काम-निर्मल

बालाघाट. प्रदेश में चुनावी बिगुल के बीच टिकिट नहीं मिलने की नाराजगी तो जायज है, लेकिन वारासिवनी में निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल को भाजपा में शामिल करने को लेकर लगातार विरोध में खड़ा, वारासिवनी भाजपा संगठन अब भी विरोध में खड़ा है, हालांकि यह विरोध अभी सड़क पर नहीं है लेकिन अंदर ही अंदर विरोध की चिंगारी सुलग रही है. जिसको ठंडा करके समन्वय बनाने की जिम्मेदारी अब प्रदेश और जिला नेतृत्व की है, लेकिन सामंजस्य कैसे बनेगा, यह सबसे बड़ा सवाल है.  

1985 से संगठन से जुड़े पूर्व विधायक योगेन्द्र निर्मल और वारासिवनी के कई बड़े भाजपा नेता और संगठन पदाधिकारी, बालाघाट में भाजपा कार्यालय में उनके स्वागत समारोह से नदारद रहे. जो नजर आए, उनकी क्षेत्रीय स्थिति किसी से छिपी नहीं है. क्षेत्रीय भाजपा की नाराजगी, भाजपा और विधायक प्रदीप जायसवाल को कितनी भारी पड़ेगी, यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन शुरूआत से निर्दलीय विधायक को पार्टी में लेने और उन्हें टिकिट देने की खिलाफत कर रहे पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल ने साफ कर दिया है कि यदि पार्टी उसे टिकिट देती है तो वह उसका कोई काम नहीं करेंगे.  

मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व विधायक डॉ. योगेन्द्र निर्मल ने कहा कि जिस निर्दलीय विधायक प्रदीप जायसवाल ने कांग्रेस और निर्दलीय रहते हुए संघ, भाजपा, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को कोसा है. हम उनका कोई काम नहीं करेंगे.  उन्हांेने कहा कि हमने पूर्व में ही क्षेत्रीय संगठन के साथ जिला, प्रदेश और केन्द्रीय नेतृत्व को अवगत करा दिया था. जिसको आज भाजपा ने मुखांड बना दिया है. जिसका सार कार्यकर्ता विरोध कर रहा है.  

उन्होंने कहा कि एक वो समय था, जब के. डी. देशमुख को पार्टी में लेने के स्वयं कुशाभाऊ ठाकरे, यहां आए थे, क्षेत्रीय संगठन से विचार-विमर्श किया था. हमने विरोध किया तो उन्हें प्रवेश नहीं मिला. फिर मेघराज जैन आए और चर्चा के बाद के. डी. देशमुख और साथियों को शामिल किया गया था. एक वो समय था और आज पार्टी नेताओं को अहंकार आ गया है. बिना क्षेत्रीय नेता और संगठन से चर्चा किए, निर्दलीय विधायक को भाजपा में प्रवेश दे दिया गया. जिससे पार्टी में प्रजातंत्र की बात करने वाली पार्टी में अब प्रजातंत्र नहीं बचा है.  उन्होंने कहा कि आज भी क्षेत्र का कार्यकर्ता दर्री-फटा उठा रहा है और नेता उनके खिलाफ निर्णय ले रहे है. जिसने स्थानीय चुनाव में भाजपा के खिलाफ काम किया. नगरपालिका में भाजपा पार्षदो के साथ अच्छा व्यवहार नहीं हो रहा है, हमारा कार्यकर्ता, जल्द ही इसको लेकर एक बैठक करने जा रहा है, जिसमें जो भी निर्णय होगा, उसका पालन किया जायेगा.


Web Title : THERE WAS A TIME WHEN A LEADER WHO HAS BECOME ARROGANT TODAY, WHO HAS ABUSED THE BJP, RSS, PRIME MINISTER AND CHIEF MINISTER, HOW WILL WE DO HIS WORK?