उपायुक्त की अध्यक्षता में बैठक आयोजित

देवघर (विजय सिन्हा, ब्यूरो, संथाल परगना ): देवघरः अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, देवघर के लिए कक्षाएँ इसी शैक्षणिक सत्र से आरंभ होगी. चिन्हित स्थल देवीपुर प्रखण्ड अंतर्गत एम्स कैंपस के लिए चार दीवारी का कार्य लगभग पूरी हो चुकी है एवं भवन निर्माण का कार्य निर्माणाधीन है.

बावजूद इसके सत्र इसी वर्ष से आरंभ किये जायेंगे. भारत सरकार के स्वास्थ्य, परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुरोध पर अस्थाई व्यवस्था के तौर पर जिला प्रशासन के द्वारा तीन स्थलों का विकल्प सुझाया गया.

इसी परीप्रेक्ष्य में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना की टीम कक्षा संचालन हेतु वैकल्पिक स्थल के चयन के सदंर्भ में जिला प्रशासन द्वारा सुझाये गए देवघर के तीन स्थलों का भ्रमण व निरीक्षण किया. पंचायत प्रषिक्षण संस्थान (पीटीआई) के साथ-साथ बीआईटी मेसरा और साॅफ्टवेयर टेक्नोलोजी पार्क मानीपुर परिसर का निरीक्षण टीम के द्वारा किया  गया.

इनमें से सबसे उपयुक्त स्थल के रूप में पंचायत प्रषिक्षण संस्थान को चिन्हित किया गया. टीम अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार को सौपेगी. तनुरूप अंतिम रूप से स्थल चयन पर निर्णय लिया जाएगा. स्थल निरीक्षण उपरांत टीम के सदस्यों के साथ एक बैठक उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित कक्ष में आयोजित की गई.

 इसमें निदेशक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना डाॅ0 पीके सिंह, डिप्टी डायरेक्टर (एडमिन) परीमल सिन्हा, पीपी गुप्ता डीन एम्स, पटना, डीके सिन्हा अधीक्षण अभियंता, एम्स पटना, डाॅ0 रामजी सिंह, रजिस्ट्रार एम्स पटना, डाॅ0 बिन्दे कुमार, एचओडी पेडोट्रिक सर्जरी, डाॅ0 संजीव कुमार एचओडी सीटीभीएस एम्स पटाना, डाॅ0 बीना सिंह एचओडी बर्न एण्ड प्लाष्टिक, मुकेष वाजपेयी सीनियर सिडीबी, शंभु कुमार अंडर सेक्रेटरी (पीमसेसवाई-4) अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना उपस्थित थे.  

 बैठक में कक्षा संचालन के सदंर्भ में सभी संभावित बिन्दुओं पर चर्चा की गई. निदेषक एम्स पटना डाॅ0 पीके सिंह ने जानकारी दी कि सत्र इसी वर्ष के जुलाई माह से आरंभ होगी. प्रथम सत्र में एनाटोमी, फिसियोलॉजि, मिक्रोबिलोजि, कम्युनिटी मेडिसिन कि पढ़ाई होगी. वहीं दूसरे सत्र में पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसिन एवम टॉक्सिकोलॉजी, फार्माकोलॉजी आदि की पढ़ाई शुरू होगी. जब एम्स भवन पुरी तरह बनकर तैयार हो जाएगी तब सात विभागों की पढ़ाई आरंभ की जाएगी. उन्होंने प्रबल संभावना जताते हुए कहा कि आगामी 2 वर्षो में एम्स कैम्पस पुरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा.

उन्होंने कहा कि एम्स कैम्पस के लिए चयनित स्थल मेडिकल की पढ़ाई की दृष्टिकोण से अत्यंत अनुकूल है. आवागमन के साधन के दृष्टिकोण से एयरपोर्ट के निमार्ण के उपरांत एक बेहतर विकल्प साबित होगा. उन्होंने कहा कि एम्स के बन जाने से न केवल संथाल परगना बल्कि पूरे झारखण्ड, बिहार, बंगाल के लोगों के लिए संजीवनी साबित होगी. इसमें मेडिकल साईन्स की बेहतरीन सुविधाएँ उपलब्ध होंगी. देवघर इस क्षेत्र के लिए मेडिकल हब के रूप में विकसित होगा. उन्होंने कहा कि कार्य योजना के अनुकूल चल रही है और बाबा भोले की कृपा से सब कुछ ससमय पुरा हो जएगा.

 उन्होंने इस क्षेत्र में टाउनशिप विकसित होने की संभावना जताई. उन्होंने आगे कहा कि एम्स के लिए जो भी चयन प्रक्रिया होगा वह अखिल भारतीय स्तर पर होगी. यहां अच्छे से अच्छे फैकल्टिज उपलब्ध होगें. पंचायत प्रषिक्षण संस्थान के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सत्र आरंभ करने के दृष्टिकोण से यह बेहतर विकल्प है. यहां प्रारंभिक तौर पर सभी सुविधाएं मौजूद है, कैंपस में सुरक्षा के दृष्टिकोण से चारदीवारी है, प्रयाप्त संख्या में कक्षाएं, लेक्चर हॉल, प्रयोगशाला, ऑडिटोरियम हैं. लड़के एवम लड़कियों के लिए अलग-अलग हॉस्टल, नजदीक में ही रेलवे स्टेशन एवम मार्केट काम्प्लेक्स की सुविधा उपलब्ध है. साथ ही प्रयाप्त बिजली पानी की सुविधा भी उपलब्ध है, नजदीक में ही जसीडीह पुलिस स्टेशन हैं.

 उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने पटना एम्स की पुरी टीम को आश्वस्त किया कि कक्षा आरंभ करने से लेकर कैम्पस निर्माण के संदर्भ में पुरा सहयोग किया जाएगा. स्वास्थ्य विभाग, भारत सरकार का जो भी निर्णय होगा उसके अनुकूल कार्रवाई करते हुए कक्षा संचालित कराने में पुरा सहयोग किया जाएगा.   बैठक मेें उप विकास आयुक्त सुशांत गौरव, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला योजना पदाधिकारी राजीव रंजन आदि उपस्थित थे.

Web Title : MEETING HELD IN CHAIRMANSHIP OF DEPUTY COMMISSIONER

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