साहिबगंज खनन घोटाले से भी बड़ा है धनबाद में कोयला तस्करी का मामला, जांच हो: बाबूलाल

झारखंड:  बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यदि धनबाद में कोयला तस्करी की जांच हो जाए तो साहिबगंज में 1000 करोड़ के खनन घोटाले का मामला काफी पीछे रह जाएगा. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि केवल धनबाद ही नहीं बल्कि हजारीबाग और रामगढ़ सहित पूरे राज्य में कोयला, गिट्टी और बालू की खुली लूट मची है. इस बीच उन्होंने धनबाद के मुगमा स्थित कापासारा खदान में कुछ दिन पहले हुई धंसान की घटना का जिक्र करते हुए उसे मौत का कुआं बताया. इस दौरान उन्होंने राज्य की हेमंत सरकार पर जमकर निशाना साधा.  

18 नवंबर को मुगमा में धंसी थी कोल माइंस

बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि ईडी की पूछताछ के बाद 18 नवंबर को जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रांची में जनता को खनन तस्करी पर सफाई दे रहे थे ठीक उसी वक्त धनबाद के मुगमा में एक कोयला खदान धंस गया. घटना में अनगिनत लोगों के मरने की आशंका है. गौरतलब है कि अभी 18 नवंबर को धनबाद के मुगमा स्थित कापासारा कोल माइंस में 100 मीटर के दायरे में जमीन धंस गई. खुली खदान के नीचे एक गुफानुमा सुरंग है. स्थानीय लोगों का कहना था कि सुबह वहां 25-30 की संख्या में लोग घुसे थे. आशंका है कि वे मलबे में दब गए. हालांकि, स्थानीय पुलिस और कोल माइंस प्रबंधन ने घटना में किसी के भी हताहत होने से इनकार किया.  

मौत का कुआं है मुगमा का कापासारा खदान

कापासारा की घटना का उल्लेख करते  हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुगमा में यह वही कापासारा खदान है जो वास्तव में मौत का कुआं है. विगत छह महीनों में लगभग एक ही जगह पर 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिला प्रशासन और सत्ताधारी नेताओं के गठजोड़ ने भारत के इतिहास के सबसे बड़ी तस्करी को अंजाम दिया है.