जेल में बंद अपराधियों पर नहीं लग पा रहा अंकुश

धनबाद:  पुलिस अपराधियों को दबोच कर जेल भेजती है, ताकि उसपर अंकुश लग सके, लेकिन जेल जाने के बाद अपराधी और निरंकुश हो जा रहे हैं. हाल के दिनों में रंगदारी, धमकी देने के लिए हमले और हत्याओं के हर मामले में जेल कनेक्शन सामने आ रहे हैं. पुलिस स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर चार्जशीट तो देती है, लेकिन जेल के अंदर चल रही आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने की दिशा में कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है. जेल प्रशासन भी जेल में पनप रहे अपराध पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रहा है. पिछले दिनों एटीएस ने मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर दावा किया था कि शूटर अमन सिंह जेल के अंदर मोबाइल का प्रयोग कर रहा है. इसके बाद उसे दुमका जेल में शिफ्ट किया गया था. अमन के दुमका जेल जाने के बाद भी धनबाद जेल से आपराधिक गिरोह का संचालन होता रहा. कई मामलों में पुलिस खुलासा कर चुकी है कि जेल में बंद अमन और प्रिंस खान के गुर्गों की अपराध में संलिप्तता रही है. छोटे अपराध में जेल में बंद कम उम्र के लड़कों को जेल के अंदर सुविधाएं दिलाकर उन्हें गिरोह में शामिल करने के भी खुलासे होते रहे हैं.

प्रिंस खान के वायरल वीडियो से जेल का माहौल गरम: सिंह मेंशन की रागिनी सिंह के बयान के जवाब में जारी प्रिंस खान के वायरल वीडियो के बाद धनबाद जेल का माहौल गरम हो गया है. दरअसल, धनबाद जेल में सिंह मेंशन के संजीव सिंह और उनके कई समर्थक बंद हैं. वहीं प्रिंस के पिता नासिर खान, भाई बंटी खान और गोडविन खान और समर्थक भी धनबाद जेल में बंद हैं. प्रिंस खान ने वीडियो में मेंशन को खुली चुनौती दी है. इसके प्रतिकूल असर को देखते हुए जेल प्रशासन सहित कई एजेंसियों की जेल पर नजर है.