आईटीआई धनबाद में कैंसर रोधी दवा बनाने पर मंथन

धनबाद:   आईआईटी आईएसएम धनबाद में  देशभर के केमिकल साइंस विशेषज्ञों का जुटान हुआ. पेनमेन ऑडिटोरियम में आयोजित तीन दिवसीय रसायनिक विज्ञान अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में कैंसर रोधी दवा सहित डिजाइन और विकास, नैनो मटेरियल के लिए सामाजिक अनुप्रयोग में विश्लेषणात्मक रसायन विज्ञान की प्रासंगिकता समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई. मुख्य अतिथि इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के बिहार-झारखंड स्टेट हेड कार्यकारी निदेशक विभाष कुमार ने रसायन विज्ञान के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि हर पहलू रसायनिक विकास से प्रभावित होता है. देश रसायनिक विज्ञान में समृद्ध है.

उद्योग के सामने सबसे बड़ी चुनौती अर्थव्यवस्था में स्थिरता बनाए रखना है. वर्ष 2046 तक आईओसीएल का लक्ष्य कार्बन उत्सर्जन निष्प्रभावीकरण हासिल करना है. फरीदाबाद में हमारे अनुसंधान एवं डेवलपमेंट में एक डीई बॉटलिंग प्लांट स्थापित किया गया है, जहां प्लास्टिक की बोतलों को कपड़े में परिवर्तित किया जा सकता है. हमलोग ऐसे कपड़ों से बनी वर्दी आईओसीएल पेट्रोल पंपों के कर्मचारी को प्रदान करने की योजना बना रहे हैं. कंपनी ने बैटरी के लिए एल्युमीनियम फॉयल भी विकसित किया है. विशिष्ट अतिथि इंडियन केमिकल सोसाइटी के अध्यक्ष प्रो. जीडी यादव ने सामान्य छात्रों के बीच रसायन विज्ञान व इंजीनियरिंग छात्रों के बीच केमिकल इंजीनियरिंग को लोकप्रिय बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने इंडियन केमिकल सोसाइटी के इतिहास के बारे में भी विस्तार से बात करते हुए कहा कि हमें रासायनिक विज्ञान में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करना चाहिए. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आईआईटी के निदेशक प्रो. राजीव शेखर ने रिसर्च व टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट की आवश्यकता पर जोर दिया.