मैथन. रवीवार को मैथन के एक मात्र अस्पताल के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया गया है तथा गेट पर होमगार्ड का पहरा लगा दिया गया तथा सख्त हिदायत दिया गया कि कोई भी अंदर न आये.
इस बाबत बीपी नियोगी अस्पताल के सीएमओ डा एस दास गुप्ता ने कहा इस अस्पताल मे 11बेड फूल हो चुके हैं तथा इनमे से आठ बेड पर गैर डीभीसी पैसेंट तथा तीन बेड पर डीभीसी कर्मी भर्ती किये गये है.
संसाधन कि कमी और मुख्य बात यह कि यहां ऑक्सीजन नही रहने के कारण अगर किसी पैसेंट को कुछ हो जाता है तो हंगामा होने के डर से इस तरह की पाबंदी लगायी गयी है. ऐसे में अगर कोई दुर्घटना मैंथन में हो जाए तो रोगी कहां जाएंगे और क्या करेंगे बहुत बड़ा सवाल पैदा हो रहा है.