अस्पताल में भर्ती मरीज के सोचते ही ऊपर उठ जाएगा बेड

आईआईटी आईएसएम धनबाद के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रो. जफर आलम व रिसर्च स्कॉलरों की टीम ने एक डिवाइस तैयार किया है. डिवाइस की मदद से अस्पताल में भर्ती किसी मरीज के सोचने मात्र से उसका बेड उसके अनुरूप स्वत: ऊपर उठ जाएगा. बिस्तर पर पड़े रोगियों के मस्तिष्क द्वारा उत्पन ईईजी (इलेक्ट्रो एन्सेफ्लो ग्राफी) संकेतों के माध्यम से यह डिवाइस काम करेगा. इस डिवाइस का लाभ विशेष रूप से लकवाग्रस्त या गंभीर रूप से प्रभावित लोगों की मदद करना है.

डिवाइस को लगभग दो लाख रुपए के प्रोजेक्ट के तहत विकसित किया गया है. एनवीसीटीआई की ओर से फंड उपलब्ध कराया गया है. प्रो. जफर आलम ने डिवाइस का पेटेंट के लिए भी आवेदन कर दिया गया है. रिसर्च टीम में बीटेक छात्र मनमोहन लाभ, यल्ला मार्क विशाल, इनामपुडी साईं अमित व रिसर्च स्कॉलर आशीष सिद्धार्थ शामिल हैं.

प्रो. जफर का कहना है कि कई बार लकवाग्रस्त या विभिन्न दुर्घटना में घायल व्यक्ति बोल नहीं सकता है और इधर से उधर मुड़ नहीं सकता है, लेकिन दिमागी रूप से वह स्वस्थ है. ऐसी स्थिति में संबंधित मरीज के सोचते ही बिना किसी शारीरिक प्रयास के वह बेड ऊपर उठ जाएगा. डिवाइस को मरीज के सिर पर लगाना होगा. उसी के अनुरूप बेड भी डिजाइन किया गया है. बेड के ऊपर उठाने संबंधी बात सोचते ही दिमाग उसे ईईजी के माध्यम से भेजेगा. उसके बाद बेड में लगे कंप्यूटर प्रोसेसर बेड को ऊपर उठाएगा. महत्वपूर्ण यह भी है कि इसके माध्यम से अब कर्मियों व अस्पताल के खर्च में भी कमी आएगी.

Web Title : THE BED WILL RISE AS SOON AS THE PATIENT ADMITTED TO THE HOSPITAL THINKS

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