झारखंड सहित अन्य राज्यों के नंबर प्लेट गाड़ी देखते ही टूट पड़ते है पं बंगाल पुलिस

निरसा(बंटी झा) : अगर आप अपनी गाड़ी से पश्चिम बंगाल की ओर जाना चाह रहे है तो सावधन रहे. यहां पं बंगाल गाड़ी नंबर को छोड़कर अन्य राज्यों के गाड़ियों के ऊपर टूट पड़ते है पुलिस. झारखंड बॉडर से डीबुडीह चेकपोस्ट हो या चिरकुंडा बॉर्डर दोनों रास्तों के झारखंड ब्रिज को पार करते ही पश्चिम बंगाल पुलिस इस प्रकार गाड़ी चालक को  परेशान करते है जैसे गाड़ी भारत के सीमा को पार कर अन्य देश के सीमा में प्रवेश कर गया हो. अगर रात्रि में आवश्यक कार्य हो या अन्य कार्यो से इसके सीमा से  गाड़ी गुजारते है तो फिर आपकी ख़ैर नही.   हालांकि बंगाल पुलिस द्वारा जांच प्रक्रिया के कार्य आपराधिक घटना को रोक लगाने के लिए अच्छी प्रयास है.   लेकिन यहां जांच के नाम पर नियम के स्वयं चार नियम बना देते है. ताकि फसने वाले से मुद्रा मोचन हो सके. आपको बता दें कि दो पहिया हो या चार पहिया सभी पूरे नियमों के साथ गाड़ी नहीं चलाती है. कहीं ना कहीं खामी रह जाती हैं. जिसका फायदा बंगाल पुलिस उठाती है  पुलिस को देखते ही चालक घबरा जाते हैं. इस खेल में पश्चिम बंगाल पुलिस के सीवी पुलिस काफी तेज है  जैसे वह एक किसी उच्च पद के पदाधिकारी किस  है.   आए दिन मैथन डीबुडीह चेक पोस्ट वाहन जांच के कारण पश्चिम बंगाल जाने वाले बड़े बड़े वाहनों की जाम लगी रहती है. जाम इतनी लंबी हो जाती है कि पश्चिम बंगाल बॉर्डर से झारखंड सीमा के कई मीटर तक जाम लगी रहती है यह शिलशिला प्रत्येक दिन सूर्य ढलते ही शुरू हो जाती है. जिसमे अन्य आवश्यक समान लेकर जाने वाली गाड़ी भी फंस जाती है. पश्चिम बंगाल सरकार को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए जांच हो लेकिन जांच के नाम पर मुद्रा मोचन ना हो. चुकि जांच भी जांच के नियमों की धज्जियां उड़ाते है.