लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पिछले दिनों मुंबई की एक अदालत के समक्ष पेश होने के बाद राहुल गांधी शुक्रवार (12 जुलाई) को अहमदाबाद की स्थानीय अदालत में पेश होंगे. संबंधित मामला बैंक और उसके चेयरमैन से जुड़ी मानहानि का है. अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक और इसके चेयमैन ने राहुल गांधी के खिलाफ याचिका दायर की है.
पत्रकार की हत्या के लिए बीजेपी को दोषी ठहराया था
अहमदाबाद की अदालत ने राहुल गांधी को उनके द्वारा नोटबंदी के दौरान दिए गए एक बयान के सिलसिले में अदालत में पेश होने का आदेश दिया है. इससे पहले पत्रकार और लेखिका गौरी लंकेश की हत्या के संबंध में मानहानि के मुकदमे में गांधी पिछले हफ्ते मुंबई में अदालत के समक्ष पेश हुए थे. पत्रकार की हत्या के लिए उन्होंने ´भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की विचारधारा´ को दोषी ठहराया था.
6 जुलाई को पटना की अदलात में पेश हुए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राहुल ने एक टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि ´क्यों सभी चोरों´ को मोदी कहा जाता है, जिस पर बिहार के उप-मुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी द्वारा याचिका दायर की गई. मामले में 6 जुलाई को राहुल पटना की अदलात में पेश हुए थे. कांग्रेस नेताओं के अनुसार, राहुल गांधी पर पूरे देश की विभिन्न अदालतों में आरएसएस और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा 20 मामले दर्ज कराए गए हैं.
यह है मामला
राहुल गांधी के खिलाफ अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक और उसके अध्यक्ष अजय पटेल ने मानहानि की शिकायत कर मामला दर्ज कराया था. आपको बता दें नोटबंदी के दौरान राहुल गांधी और रणदीप सुरजेवाला ने जिला सहकारी बैंक पर 745 करोड़ रुपये ब्लैकमनी को व्हाइट कराने का आरोप लगाया था. आपको बता दें बैंक के चेयरमैन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह हैं. इसके बाद पिछले साल याचिकाकर्ताओं ने मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था.