तिनका तिनका पॉडकास्ट को मिला प्रतिष्ठित लाडली मीडिया अवॉर्ड, इस श्रेणी में मिला पुरस्कार

तिनका तिनका पॉडकास्ट को हैदराबाद में आयोजित एक कार्यक्रम में लाडली मीडिया पुरस्कार से सम्मानित किया गया. तिनका तिनका पॉडकास्ट सीरीज के 11वें एपिसोड ´जिला जेल करनाल में जेल रेडियो´ को वेब पॉडकास्ट की हिंदी श्रेणी में यह अवॉर्ड मिला है. इस अवॉर्ड को खुद तिनका तिनका की संस्थापक डॉ. वर्तिका नन्दा ने प्राप्त किया. यह अवॉर्ड दो नवंबर 2022 को दिया गया.  

यह एपिसोड जिला जेल करनाल में उस समय शुरू होने वाले जेल रेडियो के ड्राई-रन पर केंद्रित है. करनाल के तिनका जेल रेडियो के तहत 10 बंदियों को आरजे बनने का मौका मिला. इस कड़ी में हरियाणा की जेलों में 100 ज्यादा बंदियों को जेल रेडियो की विधिवत ट्रेनिंग दी गई. हरियाणा की जेल में पहली बार तिनका तिनका ने ही जेल रेडियो स्थापित किया था. सनद रहे कि ये बंदी हरियाणा राज्य में व्यापक जेल रेडियो प्रशिक्षण परियोजना के एक भाग के रूप में रेडियो स्किल प्रोडक्शन ट्रेनिंग कार्यक्रम का हिस्सा थे. इस ट्रेनिंग कार्यक्रम का उद्देश्य यह था कि बंदियों को जेल रेडियो का आरजे बनाया जा सके, जिससे वे जेल में खुद रेडियो का संचालन कर सकें.

तिनका तिनका पॉडकास्ट भारत भर की जेलों के लिए एक विशेष ऑडियो श्रृंखला है. ये पॉडकास्ट भारत में एकमात्र ऐसे पॉडकास्ट हैं, जो पूरी तरह से देश में जेल सुधारों के लिए समर्पित हैं और इसका उद्देश्य जेलों में सकारात्मक बदलाव लाना है. बिना किसी वित्तीय सहायता के 2020 में शुरू हुए ये पॉडकास्ट देश की विभिन्न जेलों के कैदियों की मूल आवाज को उजागर करने में सफल रहे हैं. इन पॉडकास्ट को यूट्यूब, स्पॉटिफाई, गूगल पॉडकास्ट और एप्पल पॉडकास्ट समेत अन्य कई प्लेटफॉर्म्स पर सुना जा सकता है. इन पॉडकास्ट की परिकल्पना, आलेख और आवाज तिनका तिनका फॉउंडेशन की संस्थापक डॉ. वर्तिका नन्दा की है. इस सीरीज के अधिकांश पॉडकास्ट हर्षवर्धन ने संपादित किए हैं. गौरतलब है कि ये जो पॉडकास्ट हैं, वे तिनका मॉडल ऑफ प्रिजन रिफॉर्म्स का एक विशेष हिस्सा हैं.

तिनका तिनका पॉडकास्ट की टैगलाइन ‘जेलों में इंद्रधनुष बनाया जाए’ है. इसी महीने एक नवंबर को इस श्रृंखला ने अपने 50 एपिसोड्स पूरे किए थे. 50वां एपिसोड हरियाणा दिवस के अवसर पर जारी किया गया था.  

गौरतलब है कि ‘पॉपुलेशन फर्स्ट’ और ´संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष´ (यूएनएफपीए) द्वारा संयुक्त रूप से हर साल दिए जाने वाले इस अवॉर्ड का यह 12वां संस्करण था. इस आयोजन के मुख्य अतिथि सोशल वर्कर पद्मश्री विजेता सुनीता कृष्णन, ब्रिटिश डिप्टी हाई कमिश्नर गेरथ विन ओवेन, शकील अहमद और विशिष्ट अतिथि यूएनएफपीए के भारत में उप प्रतिनिधि श्रीराम हरिदास थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर सैयद ऐनुल हसन ने की. इस साल लाडली मीडिया अवॉर्ड के लिए पूरे देश से 900 एंट्री पहुंची थीं, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, ओड़िया, असमिया, बंगाली, गुजराती समेत 14 भाषाओं के कुल 73 पत्रकारों को इस सम्मान के लिए चुना गया. गौरतलब है कि ´लाडली मीडिया एंड एडवरटाइजिंग अवॉर्ड फॉर जेंडर सेंसिटिविटी´ देश के उन मीडियाकर्मियों को दिया जाता है, जो कि प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, न्यूज पोर्टल, ब्लॉग, वेबसाईट, रेडियो प्रोग्राम, कम्युनिटी मीडिया, फिल्म, किताब, विज्ञापन, डाक्युमेंट्री आदि 23 कैटेगरी यानी मीडिया के किसी भी माध्यम के जरिए समाज में लैंगिक संवेदनशीलता का प्रसार एवं लैंगिक समानता, लैंगिक न्याय की बात करते हैं.


Web Title : TINKA TINKA PODCAST BAGS PRESTIGIOUS LAADLI MEDIA AWARD, GETS AWARD IN THIS CATEGORY

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