हथिनीकुंड में पानी का लेवल हुआ कम, दिल्ली में टला बाढ़ का खतरा!

यमुनानगरः हरियाणा के हथनीकुंड बैराज में पानी का लेवल कम हो गया है. यहां यमुना नदी ख़तरे के निशान से नीचे बह रही है. मंगलवार सुबह 8 बजे हथनीकुंड बैराज पर महज़ 50 हजार क्यूसिक पानी ही शेष बचा है. इसलिए अब ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली में बाढ़ का खतरा टल गया है. क्योंकि हथिनीकुंड से पानी छोड़े जाने के बाद से ही दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी.

बता दें कि हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद दिल्लीवालों की परेशानी बढ़ गई थी. यमुना नदी का जलस्तर खतरे के स्तर 204. 5 मीटर से 205. 94 मीटर, बढ़कर 1. 44 मीटर हो गया है. यमुना ब्रिज से ट्रेनों की आवाजाही को फिलहाल रोक दिया गया है. सोमवार शाम तक 10 हजार लोगों को निचले इलाके से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था.

दिल्ली में बाढ़ से लोगों को ज्यादा नुकसान न हो इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है. ऐसी खबर है कि आज 23,816 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा. बाढ़ से परेशान होने वाले लोगों को 2120 रिलीफ कैम्प बनाएं जाएंगे, जिनमें से 1100 तैयार हो चुके हैं.

दिल्ली के निचले इलाकों में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा 30 लोकेशन को प्वाइंट किया गया है. साथ ही इन जगहों पर 53 नाव को तैनात किया गया है. इसके साथ ही इमरजेंसी नंबर जारी किए गए है. दिल्ली में रहने वाले लोगों को बाढ़ से किसी भी तरह की परेशानी होती है तो वह 21210849, 22421656 पर कॉल कर सकते हैं.  

हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद राज्य के सिंचाई विभाग ने हाई फल्ड घोषित कर दिल्ली सिंचाई विभाग को सूचित कर दिया है. हथिनीकुंड बैराज में जलस्तर ने 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. रविवार को जलस्तर 8. 28 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया था. इससे पहले साल 2013 में जलस्तर 8 लाख क्यूसेक था. अभी तक हथिनीकुंज बैराज से यमुना में 8 लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा चुका है.  

हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद से यमुना के आसपास के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट कर दिया गया है. प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से कहा गया है कि मंगलवार को यमुना का जलस्तर बढ़ सकता है, जिसके कारण लोगों को परेशानी हो सकती है. इसके साथ ही कई निचले इलाकों को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा खाली करवाया गया है

Web Title : WATER LEVEL IN HATINIKUND REDUCED, RISK OF FLOODING IN DELHI!

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