बांग्ला संस्कृति की पहचान बनाये रखने का अनुरोध

झारखण्ड की राज्यपाल श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने बांग्ला सांस्कृतिक मेले के उद्धाटन समारोह में युवाओं से अनुरोध किया कि बांग्ला संस्कृति की पहचान को बनाये रखें. राज्यपाल ने कहा बांग्ला भाषा किसी राज्य की नही बल्कि पूरे विश्व की भाषा है.

इस संस्कृति ने देश को सभ्यता, संस्कार और आंदोलन के माध्यम से हमेशा से एक नई दिशा दी है. बंग समाज ने विश्व को राम कृष्ण परमहंस, राजा राम मोहन राय, सुभाष चन्द्र बोस, शरद चन्द जैसे कई महापुरुष दिया है, जिनहोंने देश को एक दिशा दी.

तीन दिवसीय बांग्ला सांस्कृतिक मेला के उद्धाटन समारोह में कला संस्कृति मंत्री अमर कुमार बाउरी ने कहा कि देश की आजादी से लेकर देश के विकास तक सभी क्षेत्र में बांग्ला समाज का योगदान रहा है. उन्होंने कहा कि झारखंड बांग्ला की माटी से जुड़ा हुआ प्रदेश है और यहां हमेशा बांग्ला साहित्य की छवि देखने को मिलती है.

मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार इस कला संस्कृति को बचाये रखने और इसके विकास के लिए हर संभव मदद करने को तैयार है. रांची के जिला स्कूल प्रांगण में बांग्ला सांस्कृतिक मेले की शुरूआत हुई. इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में बांग्ला साहित्य से जुड़ी कई प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया है. साथ ही बांग्ला कला, रवींद्र संगीत, नाटक, फकीरी गान का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन, रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी भवेशानन्द महाराज सहित मेला आयोजन समिति के कई अधिकारी मौजूद थे.

 

Web Title : APPEAL TO SUSTAIN BANGALA SANSKRITI