जागरूकता से जल का संचय, संरक्षण और प्रबंधन किया जा सकता है – मुख्यमंत्री

धनबाद : जल संरक्षण पर आयोजित कार्यक्रम रिप्लिनिश में बतौर मुख्य अतिथि झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जल संरक्षण जन सहभागिता के बगैर संभव नहीं है. जल संरक्षण हेतु जनभागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए. जल बहुमुल्य संसाधन है और जागरूकता फैलाकर ही जल का संचय, संरक्षण और प्रबंधन किया जा सकता है.

जल संकट का आभास झारखंड सरकार को पहले ही हो गया था, अतः इस दिशा में पहल करते हुए सरकार ने योजना बनाओ अभियान के तहत जल संरक्षण और संवर्द्धन पर विशेष जोर दिया. सरकार के एतद् संबंधी प्रयास का मूलमंत्र है खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में.

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण के लिए झारखंड सरकार ने काफी पहले से ही काम शुरू कर दिया और योजना बनाओ अभियान के तहत पूरे राज्य में 15 जून तक एक लाख डोभा बनाये जाने हैं. इस अभियान के तहत पूरे साल में पांच लाख डोभा बनाये जायेंगे साथ ही 2000 से ज्यादा तालाबों का जीर्णोद्धार भी किया जा रहा है. प्रदेश के नौ बड़े जलाशयों के गहरीकरण का काम भी हो रहा है. इन प्रयासों से जल संरक्षण का महत्ती लक्ष्य हासिल कर लिए जाने का विश्वास है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी जल सर्व सुलभ और सस्ता लग रहा है. इसका महत्व नहीं समझा गया, तो यह सबसे कीमती हो जायेगा. इसका सबसे बड़ा उदाहरण है महाराष्ट्र का लातूर. वहां के लोगों ने पानी का संरक्षण नहीं किया, तो आज उन्हें इसका परिणाम भुगतना पड़ रहा है. समय रहते इन चीजों पर ध्यान देने की जरूरत है. हर किसी की जिम्मेवारी है कि पानी व्यर्थ न जाये. इससे न केवल पेयजल और सिंचाई की समस्या होती है, बल्कि उद्योगों का भी पानी के बिना काम नहीं चलता है. ऐसे में उनकी भी जिम्मेवारी है कि वे भी इस दिशा में सहयोग करें.

श्री दास ने आगे कहा कि पेड़ मिट्टी को बांध कर रखते हैं और उसके जीवाश्मों को भी जीवित रखते हैं. इसी के मद्देनज़र आगामी 15 जुलाई से पूरे राज्य में पेड़ लगाने का अभियान शुरू किया जायेगा. इसके तहत एक करोड़ पेड़ लगाये जाने हैं. साथ ही प्रत्येक डोभा के किनारे 4-4 फलदार पेड़ भी लगाये जायेंगे. इस आंदोलन के तहत पेड़ लगे और उन्हें पूरा सरंक्षण मिले इसके लिए जन सामान्य को अपनी भूमिका निभानी होगी.

कार्यक्रम में खाद्य प्रसंस्करण मंत्री सरयू राय, नगर विकास मंत्री सी.पी. सिंह, पद्मश्री अशोक भगत, पद्मश्री सिमोन उरांव, जलपुरुष के नाम से प्रख्यात पर्यावरणविद् राजेंद्र सिंह, पर्यावरणविद् अय्यप्पा मसागी समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

 

Web Title : WATER CONSERVATIONSAVING AND MANAGEMENT IS DONE THROUGH AWARENESS CM