सभी श्रमिक संगठनों ने किया राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन

धनबाद : केन्द्र सरकार द्धारा श्रम कानुन में किये जा रहे बदलाव के विरोध में विभिन्न श्रमिक संगठनों का राष्ट्रव्यापी हड़ताल आज कही न कही सफल होता दिखा. हड़ताल के समर्थन में सड़कों पर उतर आये श्रमिक संगठन सीटु , माले , बीएसएसआर युनियन , स्वास्थ्य विभाग की झारखण्ड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के अलावे केनरा बैंक आदि ने एक स्वर से केन्द्र सरकार की मजदुर विरोधी नितियों का जबरदस्त विरोध करते हुए मोदी सरकार के विरूद्ध नारे लगाये.



बीएसएसआर युनियन के संयुक्त सचिव अशीम हलदर के अनुसार रणधीर वर्मा चौक पर एक जुट हुए बिहार झारखण्ड सेल्स रिप्रजेंटेटिव युनियन ने अनोखे ढंग से प्रदर्शन करते हुए केन्द्र सरकार के मजदुर विरोधी निति का विरोध किया. पुरे शरीर में बेढी डाल कर अनोखे प्रदर्शन के साथ यह बताने की कोशिश की गई कि अगर श्रम कानुन में बदलाव हुए तो एक मजदुर की हालत कुछ ऐसी ही होगी.



सिविल सर्जन कार्यालय में आज पेन डाउन हड़ताल पर रहे . कार्यालय के बाहर स्वास्थ्य विभाग की झारखण्ड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य अराजपत्रित कर्मचारी संघ के बैनर तले धरने पर बैठे कर्मीयों ने बताया कि यह आन्दोलन 12 सुत्री मांगो को लेकर है. जिसमें श्रम कानुन मेकं बदलाव का विरोध प्रमुख है धरनार्थीयो ने बताया कि इमरजेंसी सेवा को छोड़ सभी काम को ठप कर दिया गया है.

केन्द्र सरकार के द्धारा श्रम कानुन में किये जा रहे बदलाव के खिलाफ बीएमएस को छोड़कर आज हर श्रमिक संगठन एक मंच पर आये. रणधीर वर्मा चौक पर माले , सीटु एवं बीएसएसआर युनियन ने केन्द्र सरकार के खिलाफ पुरजोर हुंकार भरी. माले नेता सुबल दास ने कहा कि जिस तरह विरोध के बाद सरकार को भुमि अधिग्रहण बिल वापस लेना पड़ा उसी तरह से इस ऐतिहासिक हड़ताल के बाद सरकार को श्रमिको के आगे झुकना पड़ेगा एवं हर हाल में श्रम कानुनों में संशोधन पर रोक लगाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा.


Web Title : ALL TRADE UNIONS IN THE SUPPORT OF NATIONWIDE STRIKE