बांग्ला साहित्य की पुस्तकें आकर्षण का केन्द्र

धनबाद : जिला परिषद मैदान में आयोजित पुस्तक मेले में बांग्ला साहित्य की कई पुस्तकें शहरवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.

इनमें ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता पद्मश्री आशापूर्णा देवी की गल्प, दश्ती, सुवर्ण लता, बाकुल कथा, साधु कथा, प्रथम प्रतिश्रुति, विश्वास-अविश्वास और अग्निपरीक्षा तथा आनंद पुरस्कार और साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजे गए सुनील गंगोपाध्याय की पुस्तक फर्स्ट लाइट और काका बाबू की काफी अच्छी डिमांड है.

पत्र भारती के स्टॉल पर रंजन बंदोपाध्याय की रवींद्रनाथ टैगोर पर लिखी “नायक रवि’ और विवेकानंद पर लिखी पुस्तक “प्राणशाखा विवेकानंद’ को पुस्तकप्रेमी काफी पसंद कर रहे हैं.

सुचित्रा भट्टाचार्य के उपन्यास “शुद्ध प्रेम’ और संजीव चट्टोपाध्याय के “माजा हासी चापा कन्ना’ की भी अच्छी डिमांड है.

इनके साथ-साथ बुद्धदेव गुहा और स्थानीय साहित्यकार डॉ दीपक सेन तथा अजीत राय की पुस्तकें भी मेले में मौजूद हैं.

रवींद्र संगीत से पुस्तक मेले में शुक्रवार की शाम और मनोहारी हो गई.

कोलकाता से आईं सुमा मुखोपाध्याय ने अपने कार्यक्रम में दर्शकों-श्रोताओं को मुग्ध कर दिया.

स्थानीय कलाकार देवंतुक सरकार ने गीत और सुतपा सेनगुप्ता ने कविताएं पेश कर खूब सराहना पाई.

इसके साथ ही पिछले दिनों हुए स्टूडेंट वाइस प्रतियोगिता में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया.

Web Title : BENGALI LITERATURE BOOKS CENTER OF ATTRACTION IN BOOK FAIR