कोलफिल्ड गुजराती समाज ने किया भाई श्री का सम्मान

धनबाद : भाषा केवल भाव अभिव्यक्ति का माध्यम नहीं बल्कि भाषा संस्कृति का प्राण है. यदि हम अपनी भाषा को भूल गए तो हम अपनी संस्कृति को भी भूल जाएंगे. भाषा गई तो संस्कृति निष्प्राण हो जाएगी. हर इंसान को अपनी मातृभाषा को नहीं भूलना चाहिए. मातृभाषा को भूलना मां को भूलने के समान है.

इंसान के जीवन में मां, मातृभाषा, मातृभूमि का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है. लेकिन आज भाषाएं लुप्त हो रही है और इसके कारण कई सारी बोलियां खत्म हो रही हैं. मैं हर माता-पिता से यह अपील करता हूं कि वह अपने बच्चों को मातृभाषा में लिखना पढ़ना और बोलना सिखाए.

 उक्त बातें भाईश्री के नाम से प्रसिद्ध रमेश भाई ओझा ने बुधवार को श्री कच्छ गुर्जर क्षत्रिय समाज भवन में कोलफील्ड गुजराती समाज द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में कहीं. 

भाईश्री ने कहा कि मुझे प्रसन्नता हो रही है कि धनबाद में भी गुजराती समाज इतना सक्रिय है. साथ ही उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि यहां गुजराती समुदाय ने अपनी भाषा, भूषा और भाव को कायम रखा है.

 भाई श्री ने कहा कि मैं पूर्व में भी धनबाद में कथा करने के लिए आ चुका हूं. समाजसेवी जसवंत भाई वोरा ने मुझे धनबाद में कथा करने का अवसर प्रदान किया था. जसवंत भाई वोरा पूजनीय पुरुष है. उन्होंने मुझे धनबाद तथा गुजरात के नारायण सरोवर में कथा करने का शुभ अवसर प्रदान किया. 

अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि चित्रकूट में भी जसवंत भाई भागवत कथा का आयोजन करने वाले थे. लेकिन दुर्भाग्यवश उस समय उड़ीसा में भयंकर चक्रवात तूफान आ गया. उसके बाद जसवंत भाई वोरा ने मुझे फोन किया और कहा कि चित्रकूट की कथा की प्रस्तावित धनराशि को सेवा के रूप में उड़ीसा में खर्च करना चाहते हैं.

भाई श्री ने भी अपनी सहमति प्रदान की और कहा कि मेरे मन में भी यही विचार आया है. उसके बाद जसवंत भाई ने भागवत कथा के खर्च से 4 गुना अधिक राशि सेवा के रूप में उड़ीसा के चक्रवात प्रभावित लोगों के बीच में अंदरूनी इलाकों में घूम घूम कर सेवा में अर्पित कर दी. 

भाई श्री ने बताया कि जसवंत भाई उड़ीसा में 6 माह रहे और चक्रवात प्रभावितों की सेवा करते रहे. उन्होंने विशेष किट बनवाकर पीड़ित लोगों के बीच में भी बांटे. 

भाई श्री ने धनकुबेरों से अपील की कि पैसा कमाओ, धनकुबेर बनो लेकिन साथ में दूसरों के लिए सेवा के लिए धन का भंडार भी खोलो. भामाशाह बनो. अपनी संपत्ति को राष्ट्र और समाज की सेवा में लगाओ.

इससे पूर्व जब भाईश्री शास्त्री नगर स्थित कच्छ गुर्जर क्षत्रिय समाज पहुंचे तो समाज की महिलाओं ने उनका भव्य रुप से स्वागत किया. भाई श्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

इस अवसर पर समाज के अध्यक्ष भावेश ठक्कर, परेश ठक्कर,  किशोर परमार, सांसद प्रतिनिधि नितिन भट्ट, किरीट चौहान, शैलेश रावल ने भाई श्री का स्वागत किया. समाजसेवी शैलेन भाई वोरा ने शॉल ओढ़ाकर भाई श्री को सम्मानित किया.

कार्यक्रम में समाज के संरक्षक चंद्रकांत  संघवी, नरेश चावड़ा, महेश बजानिया, दीपेश याज्ञनिक, दीपक रावल, उर्वशी ठक्कर, सोना रावल, रोहिणी चौहान, निशा अंबानी,  सोनल अंबानी,  रिटा चावड़ा, कुमुदिनी ठक्कर, रश्मि भट्ट सहित समाज के सम्मानीय सदस्य उपस्थित थे.

भाई श्री के साथ श्री आत्मा प्रकाश कथा समिति के अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल, नंदलाल अग्रवाल, शंभू अग्रवाल कृष्णा अग्रवाल तथा अन्य सदस्य भी उपस्थित थे.

 

 

Web Title : COALFIELDS GUJARATI SAMAJ RESPECTED BY BHAI SRI