डिप्टी मेयर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत

धनबाद : डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह को आज मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी राजीव रंजन की अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. बैंक मोड़ थाना कांड संख्या 115/16 में एकलव्य सिंह आत्मसमर्पण करने के लिए मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी की अदालत पहुंचे थे. अदालत ने उनकी जमानत की अर्जी को खारिज करते हुए उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.

डिप्टी मेयर के साथ उनके प्रतिनिधि राज आनंद सिंह की जमानत अर्जी को अदालत ने खारिज करते हुए उन्हें भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया. बैंक मोड़ थाना में डिप्टी मेयर तथा राज आनंद सिंह पर नगर निगम के कार्यपालक अभियंता अरूण कुमार सिंह के अपहरण करने, रंगदारी मांगने तथा सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप है.



डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा था. पुलिस ने नगर निगम के कार्यपालक अभियंता अरूण कुमार सिंह का कोर्ट में धारा 164 के तहत बयान दर्ज कराया था. अरूण कुमार सिंह ने प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी विमल जोनसन केरकेट्टा की अदालत में धारा 164 के तहत कोर्ट को बताया था कि एक जुलाई 16 को मैं अपने कार्यालय में काम रहा था.

4 बजकर 35 मिनट पर मुझे मोबाइल नंबर 9031300045 से फोन आया. फोन करने वाले ने अपना नाम राज आनंद सिंह बताया और कहा डिप्टी मेयर को जो पैसा देना था उसका इंतजाम हो गया. डिप्टी मेयर गेट के बाहर खड़े हैं, बाहर आकर बात करें. मैं बाहर आया डिप्टी मेयर की गाड़ी लगी थी. डिप्टी मेयर व राज आंनद सिंह जबरन अंदर बैठाया.

डिप्टी मेयर ने कहा कि मेरा दो लाख रूपये का नुकसान हो गया है, क्यों नहीं दिया. बाबूडीह के आगे जाकर मुझसे डिप्टी मेयर ने कहा यहां कई लोग सो रहे हैं आप अपनी जमीन भी चुन लें. फिर गाडी चनचनी कॉलोनी के एक घर से पास खडी हुई. डिप्टी मेयर वहां उतर गए. राज आनंद सिंह को कहा कि इन्हें कार्यालय छोड़ दो.

कांड के अनुसंधानक अशोक कुमार सिंह ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में डिप्टी मेयर के विरुद्ध लिए गए वारंट को वापस कर धारा 82 के तहत कुर्की का इस्तेहार मांगा था, परंतु आवेदन अधुरा होने के कारण कोर्ट ने आवेदन लेने से इंकार कर दिया. जिस कारण पुलिस को एकलव्य सिंह के विरुद्ध कुर्की का इस्तेहार नहीं मिला.

पुलिस गिरफ्त से फरार चल रहे डिप्टी मेयर एकलव्य सिंह की गिरफ्तारी के लिए बैंक मोड़ पुलिस ने आरा टाउन थाना क्षेत्र की चारखंभा गली में छापेमारी की थी. चारखंभा गली में डिप्टी मेयर की ममेरी बहन का आवास है. उसके बाद पुलिस ने कोइलवर थाना के सोनघाटा गांव में भी छापेमारी की. सोनघाटा में एकलव्य सिंह के मामा का घर है.

आरा के आदित्य इन होटल में भी पुलिस ने छापामारी की. तीनों स्थानों पर पुलिस द्वारा की गई छापेमारी में कोई सफलता नहीं मिली.
 
नगर निगम के कार्यपालक अभियंता अरुण कुमार सिंह का अपहरण और उनसे रंगदारी मांगने के मामले में डिप्टी मेयर एकलव्य और राज आनंद सिंह के खिलाफ कुर्की जब्त कार्रवाई के लिए कोर्ट में सोमवार को दोबारा आवेदन दिया गया. डिप्टी मेयर पर लगातार पुलिस का दबाव बढ़ने के कारण बुधवार को उन्होंने मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया.

Web Title : DEPUTY MAYOR IN FOR JUDICIAL CUSTODY FOR 14 DAYS