पीले फसलों से पीले हुए किसानों के चेहरे

धनबाद : मौसम के बदले मिजाज ने धनबाद में मायूसी के हालात पैदा कर दिए है. कल तक की बारिश से जो किसान इतरा रहे थे, उन्हें अब सूखे की आशंका का भय सताने लगा है. धान के पीले पौधे और खेतो में पड़े दरारों से किसानों के चेहरे भी पीले पड़ गए है, सहमे किसानों कीसारी आस अब बारिश पर टिकी है. यदि कुछ दिन यही स्थिति बनी रही तो हालात बिगड़ सकते है. हालांकि मौसम विभाग अगले कुछ दिनों में हालात सामान्य होने के संकेत दे रहा हैं.

धनबाद के झरिया, बलियापुर, निरसा, गोबिंदपुर सहित कई क्षेत्रों के किसान इन दिनों बारिश नही होने से काफी परेशान हैं. उनके माथे पर चिंता की रेखा साफ़ दिखाई दे रही है. वैसे सामान्यतः धनबाद में अप्रैल महीने से सितम्बर महीने के बीच औसतन 1150 मिमी बारिश होतीहै.लेकिन इस वर्ष मात्र 799 मिमी बारिश ही हुई है.

आपको बता दे की बुवाई के समय भी अच्छी बारिश नही होने से यहाँ के किसान मोटर पम्पों के माध्यम से खेतो में पानी भर बुआई का कार्य पूरा किया था. मोटर पम्पों से खेतो में पानी पहुंचाने की वजह से आई अतिरिक्त खर्च की वजह से यहाँ के किसान अपने सभी खेतो में बुआई नहीं कर सके. कुछ खेतो को छोड़ दे तो अधिकांश खेत ऐसे ही पड़े हुए हैं.

बारिश नही होने से खेतो में लगे धान के पौधों को खासा नुक्सान पहुंचा है. खेतो में लगे धान के पौधों की वृद्धि रुक गई है. पौधे पीले पड़ने लगे है, जो फसल सूखने का संकेत दे रहा है, वही खेतो में पड़े दरार के कारण किसानों के चेहरे भी सुख गए है, अब उनकी नजर आकाश की ओरटिकी है, वरना ये दाने-दाने तक के लिए मोहताज हो सकते है.

वैसे मौषम विभाग की माने तो किसानो को अगले दो- तीन दिनों में राहत मिलने की संभावना है. मौसम विभाग के जानकारों की माने तो बंगाल की खाड़ी में वर्षा का एक नया सिस्टम विकसित हो रहा है, जिससे अगले 14 सितम्बर से धनबाद में अच्छी बारिश होने के संकेत मिल रहे हैं.

Web Title : FEAR OF DROUGHT INFRONT OF FARMER