फ्रांस की “मीरा” के कायल हुए धनबादवासी

धनबाद : सिंफर के सभागार में स्वर संगम और सिंफर स्टाफ क्लब आयोजित कार्यक्रम में जहां वाराणसी से आए विश्वविख्यात रवि शंकर मिश्र और उनके शिष्य गौरव मिश्र व सौरभ मिश्र ने दर्शकों की वाहवाही लूटी, वहीं फ्रांस मूल की फनी मारक्वेट मीरा ने पूरी महफिल लूट ली.

वाराणसी से आए गुरु रविशंकर की शिष्या मीरा ने यह साबित कर दिया कि यूरोपीय देशों में भी शास्त्रीय नृत्य संगीत का जादू सर चढ़कर बोलता है.

नृत्य देखकर सभी उस कलाकार के कायल हो गए. बता दे की तकरीबन 20 साल पहले गुरु रविशंकर मिश्र स्वीट्जरलैंड में कार्यक्रम प्रस्तुत करने गए थे. उस दौरान फनी मारक्वेट की मां ऐनी मारक्वेट की मुलाकात हुई.

उस वक्त फनी महज 12 साल की थी. शास्त्रीय नृत्य में आहिस्ता-आहिस्ता उसकी रुचि बढ़ती गई. युवावस्था में भारतीय कला-संस्कृति से उन्हें इस कदर प्रेम हो गया कि अपना वतन छोड़ वाराणसी आ गई और रियाज शुरू किया.

फ्रेंच लिटरेचर में पीजी कर चुकी फनी को रामायण, पुराण और अन्य धार्मिक ग्रंथों के प्रति बेहद लगाव है. शास्त्रीय नृत्य के प्रति साधना ने ही उन्हें फनी से बनारस की मीरा के रूप में पहचान दिलायी है.

Web Title : FRANCES MEERA WERE CONVINCED DHANBAD