प्रबंधन के भरोसे घनुडीह निवासियों की जिंदगी टीकी

झरिया : घनुडीह परियोजना में भड़की आग पर काबू पाने के लिए घनुडीह ओपी परिसर में त्रिपक्षीय वार्ता मंगलवार को जोरापोखर सर्किल इंस्पेक्टर सुरेश पासवान, घनुडीह ओपी प्रभारी हरिनारायण राम, प्रबंध, बस्ताकोला क्षेत्रीय मुख्य कार्मिक प्रबंधक(प्रशासन) एके दुबे घनुडीह पीओ सतेन्द्र कुमार व घनुडीह के स्थानीय ग्रामीणों के बीच वार्ता हुई.

वार्ता में तय हुआ कि 10 दिन में प्रबंधन युद्ध स्तर पर काम करके जला हुआ कोयला को मशीन से काटकर निकालेगा. उसके बाद जोडि़या नदी से मोटर पंप के द्वारा आग के उपरी हिस्से को पानी दिया जायेगा.

जिससे निकल रहे धुआं व आग को ओबी व बालू से भराई किया जायेगा. इसके बाद बोर होल कर आग की जांच किया जायेगा.

यह इस तरह का प्रयास से ही आग को बुझाया जा सकता है.

परियोजना के समीप रह रहे घनुडीह के पोखन भुइयां, गोपी पासवान, अशोक पासवान व अन्य प्रभावितों को प्रबंधन अस्थायी रुप से बंगाली कोठी य घनुडीह आठ नंबर में बसाने का काम करेंगे.

लोगों ने पांडेयबेरा के समीप चटकरी जोडि़या नदी के समीप जो गढ्ढा बन गया है. उसे लोदना प्रबंधन द्वारा भराई करने को कहा गया.

मंगलवार को घनुडीह प्रबंधन द्वारा प्रयास से परियोजना में लगी आग से धुआं निकलने काम हो गया.

ट्रेंच कटिंग संभव नहीं प्रबंधन घनुडीह के ग्रामीणों ने कहा कि परियोजना में लगी आग को ट्रेंच कटिंग के माध्यम से भी आग पर काबू पाया जा सकता है.

इस दौराप घनुडीह पीओ सतेन्द्र कुमार ने कहा कि ट्रेंच कटिंग का संभव नहीं है.

तत्काल परियोजना के पास जगह नहीं है. इसके कारण ट्रेंच कटिंग नहीं हो सकता.

बोर होल व ब्लास्टिंग कर बालू ओबी भराई कर आग को मशीन से काटकर निकाला जायेगा.

उसके बाद ही आग पर काबू पाया जा सकता है.

 

घनुडीह अग्नि प्रभावित क्षेत्र है

बस्ताकोला क्षेत्रीय मुख्य कार्मिक प्रबंधक प्रशासन ने कहा कि घनुडीह अग्नि प्रभावित क्षेत्र है. आग के समीप रहना आत्महत्या के करने के बराबर है.

जहां से आग निकल रहा है. उसके समीप रह रहे लोगों को जाने में ही भलाई है.

जोरापोखर इंस्पेक्टर सुरेश पासवान ने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन आग पर काबू पाने के लिए ईमानदारी से सकारात्मक पहल करें.

जिससे आग को नियंत्रण कर सके. कोई भी काम कठिन नहीं होता है. लेकिन लगन व ईमानदारी पूर्वक हो तो.

Web Title : GHANUDIH COALLIERY RESIDENT DEPENDENT ON ADMINISTRATION