रोजेदारों को अल्लाह अपने हाथों से नेकियां बाटंते हैं: मौलाना रशीद

बरवाअड्डा : मदरसा अहले सुन्नत जामिया नोमानिया चरकपत्थर के प्रिंसिपल मौलाना अब्दुल रशीद ने बताया की पवित्र माह रमजान को तीन हिस्सों में बांटा गया हैं.

पहला 10वां दिन रहमत का होता है. इस दरम्यान रहमत नाजिल होती हैं.

दुसरे 10वें दिन मुग़फिरत निजात का होता हैं. इसमें रोजेदारों खुदा के बारगाह में गिड़गिड़ा कर अपनी गुनाओं की माफ़ी मांगते हैं.

अल्लाह रोजेदारों को अपने हाथों से नेकियां बाटंते हैं.

इस पवित्र माह में जहन्नम का दरवाजा बंद कर जन्नत का दरवाजा खोल दिया जाता हैं.

इस महीने का तीसरा और अंतिम 10वां दिन जहन्नम की आग से निजात पाने का हैं.

इस बरकत वाली माह में इफ्तार व सेहरी का बहुत बड़ा महत्व है.

सदका एजकात एवं फितरा इस माह में निकला जाता है.

उन्होंने कहा की ईद की नमाज से पूर्व फीतरा निकलना है.

कोई रोजेदार फितरा न निकाले तो उसका रोजा जमीन और आसमान के बीच रह जाता है.

सदका एवं फितर की रकम गरीब व जरूरतमंदों के बीच दें ताकिताकी उनका भी ईद यादगार बन सके.

Web Title : GOD PROVIDES HOLY THOUGHTS WHO KEEPS ROJA: MAULANA RASHID

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