धनबाद : आज के समय में प्लास्टिक कचरा एक गहरी चिंता का विषय बना हुआ है. बढ़ते प्लास्टिक कचरे की वजह से पर्यावरण को काफी नुकसान हुआ है. प्लास्टिक कचरे में मौजूद रासायनिक अवयव धरती की उर्वरा शक्ति को खत्म कर देता है. ऐसे में प्लास्टिक कचरे से निपटने का नायाब तरीका धनबाद आईएसएम के छात्रों ने खोज निकाला.
छात्रों ने वेस्ट प्लास्टिक चास में सड़क बना डाली. तीन दिनों में एनएच 32 से चास अनुमंडल तक कार्यालय तक 450 मीटर सडक का निर्माण किया गया है जिसमे 400 किलो वेस्ट प्लास्टिक का इस्तेमाल किया गया है.
सडक के उपरी साथ में प्लास्टिक का प्रयोग किया गया है. सड़क बनाने में जो अन्य मटेरियल इस्तेमाल किये जाते है इसमें वो भी किये गए है.. इस सडक में सिपेज की समस्या बिलकुल नहीं है इसलिए ये आम पिच से बनायीं गयी सडक से ज्यादा दिनों तक टिकेगी.
इस सडक पर किसी भी वजन का गाड़ी चलाया जा सकता है. पुरे काम में आईएसएम के स्टार्टअप टोवेसो प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े पांच युवको सौरव, सोनी, गौरव, के हरि , अमित ने मुख्य भूमिका निभाई.
इस तरह का यह पहला प्रयोग नगर निगम द्वारा इससे पहले नहीं की गयी है. इस पुरे प्रोजेक्ट में पंद्रह लाख का खर्च आया है.
चास नगर निफाम को जब यह प्रोजेक्ट बताया गया था टो उन्होंने अप नि सहमती दे दी थी बाद में कुछ मटेरियल को लेकर परेशानी आई तो बोकारो उपायुक्त ने अपना भरपूर सहयोग दिया.
सडक निर्माण में जेयुएससीओ के मुख्य प्रबंधक गौरव आनंद का योगदान भी सराहनीय था